coronavirus : ताइवान व ऑस्ट्रेलिया के यात्रियों पहुंचने से रेलवे और रोडवेज में मची हड़कंप
काठगोदाम रेलवे स्टेशन व हल्द्वानी रोडवेज स्टैंड पर विदेशी पर्यटकों के पहुंचने से हड़कंप मच गया। फिलहाल उनमें कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : काठगोदाम रेलवे स्टेशन व हल्द्वानी रोडवेज स्टैंड पर विदेशी पर्यटकों के पहुंचने से हड़कंप मच गया। रेलवे स्टेशन व रोडवेज पर मौजूद अधिकारियों ने प्रशासनव स्वास्थ्य विभाग को सूचित कर विदेशियों को मेडिकल जांच के लिए भेजवा दिया। वहीं मोती नगर स्थित स्वास्थ्य प्रतिष्ठान केंद्र के क्वॉरेंटाइन वार्ड में रखकर जांच की जा रही है।बता दें कि फिलहाल इन विदेशियों में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं पाए गए हैं।
जैसलमेर से चलकर काठगोदाम को आने वाली रानीखेत एक्सप्रेस से सोमवार सुबह एक ऑस्ट्रेलिया निवासी रेवका मुलर के काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर पहुंचने से वहां मौजूद स्टाफ व यात्रियों में हड़कंप मच गया। स्टेशन पर मौजूद स्टेशन अधीक्षक चयन रॉय वजीआरपी चौकी प्रभारी अशोक कुमार ने मौके पर ही विदेशी महिला यात्री को रोककर रेलवे के मेडिकल टीम को सूचना दी। जिसके बाद महिला की प्राथमिक जांच के उसे क्वॉरेंटाइन करने के लिए एम्बुलेंस से मोतीनगर प्राथमिक केंद्र भेज दिया गया। वहीं चौकी प्रभारी द्वारा पूछताछ किए जाने पर महिला यात्री को लेने आए युवक बादल ने बताया कि रेवका और उसकी शादी होने वाली है। वह उससे मिलने के लिए हावड़ा से नैनीताल आरही थी। बादल ने बताया कि वह नैनीताल स्थित पनकोट मैं गीली मिट्टी नामक एनजीओ में काम करता है। इसीलिए महिला यात्री उससे मिले नैनीताल जा रही थी।
वहीं दूसरी तरफ ताइवान के निवासी चांग सुजैन के रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंचने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए हल्द्वानी रोडवेजप्रभारी रवि कापड़ी ने तत्काल इस विदेशी यात्री की सूचना प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को दी। सूचना मिलते ही प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम रोडवेज पहुंचकर यात्री से पूछताछ कर उसे क्वॉरेंटाइन करने के लिए मोती नगर स्थित प्राथमिक केंद्र में भेज दिया। पूछताछ के दौरान सुजैन ने बताया कि छह सितंबर 2019 को वो इंडिया आए थे। जिसके बाद चेन्नई, पांडिचेरी, मथुरा, कोच्चि, केरला, मसूरी व मुंबई घूमने के बाद नौ मार्च को भवाली घूमने आए थे। उन्होंने बताया कि 22 मार्च को काठगोदाम से दिल्ली के लिए उसकी ट्रेन थी।लेकिन लॉक डाउन होने की वजह से वह भवाली में ही फंसे रह गए। सुजैन ने बताया कि वही अगली सुबह होते ही होटल मालिक ने भी उनसे लॉक डाउन को देखते हुए होटल खाली करने को कहा। जिस कारण व सोमवार सुबह राहगीरों की मदद से हल्द्वानी रोडवेजपहुंचे। लेकिन यातायात संचालन व्यवस्था बंद होने के कारण वह यहां भी फंसे रह गए।
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