पहली बार भारतीय सेना के जांबाज बने जनरल वोटर, ईवीएम से किया मताधिकार का प्रयोग
कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर मुख्यालय के साथ ही चौबटिया ब्रिगेड के अधीन सैन्य बटालियनों के अधिकारियों व जवानों ने ईवीएम के जरिये मतदान के अधिकार का इस्तेमाल किया।
रानीखेत, जेएनएन : लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व पर पहली बार भारतीय सेना के जांबाजों को जनरल वोटर का दर्जा दिया गया। यहां कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर मुख्यालय के साथ ही चौबटिया ब्रिगेड के अधीन सैन्य बटालियनों के अधिकारियों व जवानों ने ईवीएम के जरिये मतदान के अधिकार का इस्तेमाल किया। केंद्रीय निर्वाचन आयोग से अबकी मिली विशेष सुविधा से जांबाज खासे उत्साहित दिखे।
दरअसल, लोकसभा या विधानसभा चुनाव मेें अब तक भारतीय सेना के अधिकारी हों या जवान सर्विस वोटर के तौर पर पोस्टल बैलेट के जरिये ही मताधिकार का इस्तेमाल करते आए हैं। मगर अबकी लोकसभा चुनाव में केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने देश की सुरक्षा को मुस्तैद जांबाजों को जनरल वोटर का दर्जा ही नहीं दिया। बल्कि जो सैनिक जहां पर तैनात है, वहां के संबंधित बूथ पर आम नागरिकों के साथ लाइन पर लग वोट देने का अधिकार दे दिया। इसी के तहत कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर मुख्यालय के साथ ही चौबटिया ब्रिगेड स्थित विभिन्न मतदान केंद्रों में फौजी अधिकारियों व जवानों ने बढ़चढ़ कर लोकतंत्र के महापर्व में उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इनमें ब्रिगेड कमांडर ब्रिगेडियर विजय काला, कमांडिंग अफसर 14-डोगरा कर्नल दुर्गेश बंसल, उपकमान अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल शीशपाल सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल सार्थक भुइया, एजुकेश अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल मन्नू मोहन आदि शामिल रहे।
ढाई हजार सैन्य अधिकारियों व जवानों ने दिया वोट
सैन्य सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना की चौबटिया ब्रिगेड, गरुड़ डिवीजन, 14-डोगरा रेजिमेंट, गढ़वाल रायफल्स के साथ ही कुमाऊं रेजिमेंट के करीब ढाई हजार सैन्य अधिकारियों व जवानों ने जनरल वोटर के रूप में मतदान किया। सैन्य सूत्रों ने बताया कि सामान्य ड्रेसकोड में मतदान के निर्देश मिले थे, इसीलिए फौजियों ने वर्दी के बजाय सामान्य ड्रेस में ही मतदान में हिस्सा लिया।
यह भी पढ़ें : नैनीताल लोकसभा सीट में 62.98 प्रतिशत मतदान, सात प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद
यह भी पढ़ें : प्लास्टिक बैग की फैक्ट्री में लगी भीषण आग, घंटों मशक्कत के बाद पाया जा सका काबू