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दो दिसंबर से शुरू हो रहे मुनस्यारी महोत्सव में दिखेगी लोक संस्कृति

महोत्सव समिति की बैठक में कार्यक्रमों की रू परेखा तय की गई। समिति के अध्यक्ष राजू पांगती ने कहा कि महोत्सव का मुख्य उद्देश्य स्थानीय लोक संस्कृति को बढ़ावा देना है। इसके लिए पूरे तहसील क्षेत्र से लोक कलाकारों को आमंत्रित किया गया है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 10:27 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 10:27 PM (IST)
दो दिसंबर से शुरू हो रहे मुनस्यारी महोत्सव में दिखेगी लोक संस्कृति
महोत्सव की शुरुआत वर्ष 2014 में विधायक हरीश धामी ने की थी।

संवाद सूत्र, मुनस्यारी : सीमांत तहसील मुनस्यारी में दो दिसंबर से चर्चित मुनस्यारी महोत्सव शुरू  होगा। स्थानीय वेशभूषा और व्यंजन महोत्सव का मुख्य आकर्षण होंगे। तैयारियों को लेकर महोत्सव समिति की बैठक में कार्यक्रमों की रू परेखा तय की गई। समिति के अध्यक्ष राजू पांगती ने कहा कि महोत्सव का मुख्य उद्देश्य स्थानीय लोक संस्कृति को बढ़ावा देना है। इसके लिए पूरे तहसील क्षेत्र से लोक कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। जिले और बाहरी क्षेत्रों के सांस्कृतिक दल भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे। क्षेत्र के लोग महोत्सव में स्थानीय वेशभूषा में नजर आएंगे। खाने-पीने के स्टालों में स्थानीय व्यंजन पर विशेष जोर दिया जाएगा। 

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समिति ने अध्यक्ष ने बताया कि बच्चों के लिए विविध खेलकूद प्रतियोगिताओं के साथ स्वस्थ मनोरंजन गतिविधियां कराई जाएंगी। इस दौरान आयोजन की सफलता के लिए जिम्मेदारियां भी तय की गई। बैठक में जोहार क्लब के अध्यक्ष केदार मर्तोलिया, समिति के सदस्य मनोहर टोलिया, कुलदीप रावत, सुरेंद्र बृजवाल, हरीश चिराल, खुशाल, हिमांशु आदि मौजूद रहे। समिति के सदस्य मनोहर टोलिया ने बताया कि पिछले दो वर्ष कोरोना संकट के चलते आयोजन नहीं हो सका था। महोत्सव की शुरुआत वर्ष 2014 में विधायक हरीश धामी ने की थी।


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