भूकंप के बाद आइओसी डिपो में लगी आग
लालकुआं में भूकंप आने के बाद हल्दूचौड़ स्थित पेट्रोलियम पदार्थो से भरे आइओसी डिपो में आग लग गई। जिसको बुझाने में प्रशासन को काफी प्रयास करने पड़े।
संवाद सहयोगी, लालकुआं: भूकंप आने के बाद हल्दूचौड़ स्थित पेट्रोलियम पदार्थो से भरे आइओसी डिपो के एक टैंक में तेल रिसाव होने के बाद अचानक आग लग गई। आनन-फानन में मौके पर उपजिलाधिकारी विवेक राय के नेतृत्व में पहुंचे जिला प्रशासन ने डिपो में मौजूद अग्निशमन विभाग के सहयोग से करीब एक घंटे बाद आग पर काबू पा लिया। अग्निकांड में झुलसे एक व्यक्ति की मौत हो गई।
चौकिए मत यह कोई सत्य घटना नहीं है, बल्कि हल्दूचौड़ स्थित लाखों लीटर पेट्रोलियम के भंडारण क्षमता वाले आइओसी डिपो में अचानक होने वाले अग्निकांड की रोकथाम के लिए आयोजित की गई (सामूहिक अभ्यास) मॉक ड्रिल की कहानी है। बुधवार को उपजिलाधिकारी विवेक राय के नेतृत्व में आइओसी डिपो में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। प्रात: 11 बजे अचानक भूकंप आने के कारण डिपो के टैंक नंबर दो में तेल रिसाव के बाद आग लग गई, जिसके तत्काल बाद डिपो में स्वचालित अलार्म बच गया। इस दौरान डिपो अधिकारी नवीन कुमार के नेतृत्व में अग्निशमन कर्मियों ने आग को बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। इसी दौरान एसडीएम विवेक राय के नेतृत्व में अग्निशमन दल के अलावा राजस्व, पुलिस, वन, स्वास्थ्य, रेलवे व पूर्ति विभाग समेत आइटीबीपी, पीडब्लूडी, एनएच, सेंचुरी पेपर मिल समेत तमाम विभागों के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच गए। अग्निकाड के दौरान रेस्क्यू टीमों को स्वयं उप जिलाधिकारी वॉकी-टॉकी एवं माइक लेकर निर्देशित कर रहे थे। मॉक ड्रिल के दौरान अग्निकाड को रोकने, घायल होने पर उनके रेस्क्यू, प्राथमिक उपचार व अस्पताल भिजवाने की व्यवस्था को देखकर आस-पास के लोग आश्चर्य में पड़ गए। मॉक ड्रिल में दिखाया गया कि अग्निकांड में फंसे कुल 25 लोगो में एक कर्मी की मौत हो गई। तीन गंभीर रूप से घायलों को सुशीला तिवारी अस्पताल व दो अति गंभीर घायलों को चॉपर द्वारा ऋषिकेश एम्स अस्पताल भेजा गया।
इस दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी शातनु पाराशर, तहसीलदार महेंद्र पाल सिंह, नगर पंचायत अधिकारी राजू नबियाल, खाद्य पूर्ति अधिकारी गिरीश चंद जोशी, पूर्ति निरीक्षक रवि सनवाल आदि मौजूद रहे।