नैनीताल में पालिकाध्यक्ष के टिकट को लेकर भाजपा में सिर फुटव्वल
नगर पालिका अध्यक्ष के लिए भाजपा नेताओं में टिकट को लेकर सिर फुटव्वल की स्थिति बनती जा रही है।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : नगर पालिका अध्यक्ष के लिए भाजपा नेताओं में टिकट को लेकर सिर फुटव्वल की नौबत आ गई है। इस पद के लिए पार्टी की ओर से अब तक पांच लोगों ने नामांकन फार्म खरीद लिया है। इससे पार्टी में बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं। इनमें से तीन दावेदारों ने अनौपचारिक बातचीत में साफ कह दिया है कि टिकट नहीं मिला तो वह निर्दलीय ताल ठोंकेंगे। इसके बाद भी जिले के राज्य के वरिष्ठ नेता चुप्पी साधे हुए हैं, जो कार्यकर्ताओं को अखर रहा है।
भाजपा जिला मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठतम नेता भुवन हर्बोला, गोपाल रावत, कुंदन बिष्ट, भानू पंत, पूर्व जिला महामंत्री दयाकिशन पोखरिया ने पालिकाध्यक्ष पद पर ताल ठोंक दी है। हैरानी की बात यह है कि इन दावेदारों को मनाने के लिए अब तक किसी वरिष्ठ नेता ने संवाद तक शुरू नहीं किया है। दरअसल, सत्ता में आने के बाद कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का सिलसिला चल पड़ा, जो अब भी जारी है। सरकार में होने के बाद भी काम नहीं होने से कार्यकर्ताओं में असंतोष भी बढ़ा है। संगठन की नई तरह की कार्यशैली से पुराने कार्यकर्ता खासे नाराज हैं। इन कार्यकर्ताओं की नाराजगी वरिष्ठ नेताओं से कम नगर इकाई के कामकाज के तौर तरीके को लेकर अधिक है। शनिवार को मल्लीताल में नगर इकाई से नाराज तथा नामांकन पत्र खरीद चुके नेताओं ने गोपनीय बैठक की। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, प्रदेश महामंत्री संगठन संजय कुमार, प्रदेश महामंत्री गजराज बिष्ट से भी नाराज नेताओं ने बात की। बहरहाल टिकट के लिए भाजपा में इस बार बगावत के पूरे आसार बन गए हैं। कांग्रेस में भी खींचतान कम नहीं
नैनीताल : पालिकाध्यक्ष पद के टिकट को लेकर कांग्रेस में भी खींचतान कम नहीं है। पार्टी से नगर अध्यक्ष मारूति साह, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सचिन नेगी, पूर्व सभासद कैलाश अधिकारी आदि अध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदार हैं। जानकारों के अनुसार पालिकाध्यक्ष पद पर उसी को टिकट मिलेगा, जिसको नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश हरी झंडी देंगी। ऐसे में कांग्रेस में भी बगावत के पूरे आसार हैं। टिकट को लेकर पूर्व विधायक व महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य देहरादून में जमी हैं। तीन संतान की वजह से मैदान से आउट हुए बच्ची चंद्र
जासं, नैनीताल : निकाय चुनाव में इस बार दो बच्चों से अधिक वाले व्यक्ति दावेदारी नहीं कर पाएंगे। राजभवन वार्ड से नामित सभासद बच्ची चंद्र ने खुद के साथ ही धर्मपत्नी को चुनाव लड़ाने की तैयारी की थी, मगर तीन संतान होने की वजह से दंपती मैदान से बाहर हो गए। राजभवन सीट अनुसूचित जाति महिला आरक्षित है, इसलिए अब कांग्रेस नेता बच्ची ने तय किया है कि इस सीट से उनके भाई गोविंद की धर्मपत्नी दीपा चुनाव लड़ेंगी। दीपा ने नामांकन फार्म भी खरीद लिया है। इसके अलावा तमाम अन्य वार्डो से भी तीन बच्चे होने की वजह से दावेदारों की चेयरमैन या वार्ड मेंबर बनने की महत्वाकांक्षा बाहर नहीं आ सकी।