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फर्जी अफसर वैज्ञानिक बनकर भी मिला था कमिश्नर से, लाखों का गोलमाल करने का था इरादा

शहर में गिरफ्तार फर्जी सीबीआइ अफसर ने पूर्व पुलिसकर्मी के साथ वैज्ञानिक बनकर न केवल कमिश्नर से मुलाकात की थी बल्कि नैनी झील संरक्षण के लिए काम करने का ऑफर भी दिया था।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 28 Jul 2019 10:30 AM (IST)Updated: Sun, 28 Jul 2019 10:30 AM (IST)
फर्जी अफसर वैज्ञानिक बनकर भी मिला था कमिश्नर से, लाखों का गोलमाल करने का था इरादा
फर्जी अफसर वैज्ञानिक बनकर भी मिला था कमिश्नर से, लाखों का गोलमाल करने का था इरादा

नैनीताल, जेएनएन : गिरफ्तार फर्जी सीबीआइ अफसर ने पूर्व पुलिस कर्मी के साथ वैज्ञानिक बनकर न केवल कमिश्नर से मुलाकात की थी बल्कि नैनी झील संरक्षण के लिए काम करने का ऑफर भी दिया था। यहीं नहीं दोनों आरोपितों ने इसके लिए बकायदा नैनी झील के चारों ओर तथा बलियानाला का सर्वे भी किया। इधर, पुलिस ने सीबीआइ के फर्जी आइजी व उसके साथी को कोर्ट में पेशी के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस साजिश का भंडाफोड़ होने के बाद फर्जी अफसर व पूर्व पुलिस कर्मी के संबंधों में दरार पड़ गई है, दोनों के बीच कोतवाली के हवालात में बहस भी हुई। 

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दरअसल कोतवाली मल्लीताल पुलिस ने चार्टन लॉज के पापुलर कंपाउंड निवासी पूर्व पुलिस कर्मी मो. आसिफ व फर्जी सीबीआइ अफसर उसैद पासा पुत्र मो. अकरम निवासी शाहपुर दसर, थाना असमौली, जिला संभल (उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार किया था। आइबी, स्टेट इंटेंलीजेंस यूनिट, एलआइयू व पुलिस ने दोनों से घंटों पूछताछ की। आतंकी होने या आतंकी संगठनों से संबंध होने की आशंका होने की वजह से पुलिस अधिक सतर्क थी। 

शनिवार को कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने इस मामले में प्रेस कांफ्रेंस की। बताया कि मंगलवार को ही फर्जी सीबीआइ अफसर बनकर जांच करने के बहाने उसैद पासा नैनीताल आया था। उसने गूगल से सीबीआइ फार्म डाउनलोड करने के साथ ही फर्जी आइडी कार्ड व अन्य दस्तावेज भी तैयार किए थे। दसवीं फेल उसैद जब पुलिस के हत्थे चढ़ा तो सीबीआई के बारे में पूछताछ पर रोने लगा। उसने खुद को बेकसूर बताते हुए मामा पूर्व पुलिस कर्मी आसिफ को इस पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड करार दिया। इधर, एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने इस मामले के खुलासे के लिए पुलिस टीम की सराहना की है। 

नाबालिग की आड़ में बड़े गुनाह से बचाने का था प्लान

आसिफ ने साजिश रची थी कि बड़े फ्रॉड कर लाखों का वारा-न्यारा कर लिया जाए जब पकड़े जाएं तो छोटे कद के उसैद को नाबालिग बता कर पुलिस कार्रवाई से बचा लेंगे। आसिफ उसे हिंदुस्तान की धरोहर बता रहा था। साथ ही कहा रहा था कि सीबीआइ ने उसैद का नौ करोड़ का बीमा कराया है। पुलिस ने उसैद का आधार कार्ड मंगाया तो उसमें डेट ऑफ बर्थ 1997 निकली। गुगल से एनएसए अजीत डोभाल से संबंधित जानकारी भी जुटा ली। इधर हवालात में बंद आसिफ ने पूछताछ में पुलिस की कहानी पर सवाल खड़े किए। साथ ही कहा कि उसैद मुरादाबाद पुलिस के लिए मुखबिरी करता था मगर जान का खतरा देखते हुए नैनीताल आ गया। कोतवाल ने बताया कि इस मामले में दोनों के खिलाफ धारा-419, 120 बी, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। 

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