Move to Jagran APP

भाजयुमो कार्यकर्ताओं में भरा जोश, युद्ध स्‍तर पर प्रचार में जुटने के निर्देश

निकाय चुनाव को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा की रविवार को कुमाऊं संभाग कार्यालय में बैठक हुई। इसमें कार्यकर्ताओं को चुनाव में सक्रिय रहने के लिए प्रेरित किया गया।

By Edited By: Published: Mon, 05 Nov 2018 08:00 AM (IST)Updated: Mon, 05 Nov 2018 08:00 AM (IST)
भाजयुमो कार्यकर्ताओं में भरा जोश, युद्ध स्‍तर पर प्रचार में जुटने के निर्देश
भाजयुमो कार्यकर्ताओं में भरा जोश, युद्ध स्‍तर पर प्रचार में जुटने के निर्देश

हल्द्वानी (जेएनएन) : निकाय चुनाव को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा की रविवार को कुमाऊं संभाग कार्यालय में बैठक हुई। इसमें कार्यकर्ताओं को चुनाव में सक्रिय रहने के लिए प्रेरित किया गया। मुख्य अतिथि नगर निकाय सह प्रभारी राजू भंडारी ने कहा कि कार्यकर्ताओं को बूथ में जाकर प्रचार तेज करना होगा।

prime article banner

युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल ने कहा कि प्रदेश में भाजपा मजबूती से निकाय चुनाव लड़ रही है। इसमें युवा मोर्चा कार्यकर्ता पूरी मेहनत व लगन से जुटे हुए हैं। नगर अध्यक्ष विजय मनराल ने कहा कि युवा फील्ड में पूरी तरह जुटे हुए हैं। संचालन जिला महामंत्री संदीप कुकसाल ने किया। इसमें प्रदेश उपाध्यक्ष विकास भगत, जिलाध्यक्ष नितिन कार्की, दीपक मेहरा, रंजन बर्गली, चंद्रशेखर जोशी, भूपेंद्र क्वीरा, नीरज बिष्ट आदि शामिल रहे।

चुनावी खर्च में जुड़ेगा केबल पर प्रचार
ई-रिक्शा व केबल के जरिये चुनाव प्रचार करने से राहत महसूस कर रहे प्रत्याशियों पर चुनाव आयोग सख्त हुआ है। दोनों माध्यमों से प्रचार की दरें तय कर दी गई हैं। अब तक इस पर असमंजस की स्थिति बनी थी। नोडल अधिकारी मार्केटिंग ने 103 मदों में चुनावी व्यय का ब्योरा तैयार किया था। बाजार से फॉलोअप मिलने के बाद ई-रिक्शा से 4 घंटे प्रचार करने के 200 रुपये, 8 घंटे के 400 रुपये और पूरे दिन के 800 रुपये तय हैं। केबल पर 60 शब्दों में एक महीने के लिए प्रचार करने का 5 हजार रुपये चुनाव खर्च दिखाना होगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी बीएस कार्की ने बताया कि ब्योरा संबंधित आरओ, एआरओ को भेज दिया है।

सोशल मीडिया पर भी प्रचार खर्चीला
फेसबुक पर पेज बनाकर और दूसरों की टाइमलाइन पर जाकर चुनाव प्रचार करना प्रत्याशियों को महंगा पड़ेगा। वाट्सएप, फेसबुक समेत अन्य सोशल माध्यमों से चुनाव प्रचार करने के खर्च को प्रत्याशी के चुनावी व्यय में शामिल किया जाएगा। चुनाव अधिकारी पंकज उपाध्याय ने बताया कि सचिव राज्य निर्वाचन आयोग रोशन लाल की ओर से जारी निर्देशों के आधार पर सोशल मीडिया पर चुनावी खर्च की गणना की जाएगी।

यह भी पढ़ें : बैलेट पेपर हुए प्रकाशित, एमबी कॉलेज में कड़ी सुरक्षा में रखे गए


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.