इंजीनियरिंग के स्टूडेंट ने आरोग्य सेतु एप की तर्ज पर बनाया कोरोना ट्रैकिंग एप
हल्द्वानी निवासी इंजीनियरिंग के छात्र शुभम त्रिपाठी ने आरोग्य सेतु एप की तर्ज पर अपना खुद का कोरोना ट्रैकिंग एप ईजाद किया है।
हल्द्वानी, भानु जोशी : इस तकनीकी युग में हर युवा बेहतर से बेहतर तकनीक का उपयोग करना चाहता है। जहां तकनीकी शिक्षा की बेहतरी के मामले में सरकारें काफी पिछड़ी हुई हैं, वहीं उत्साहित नौजवान संसाधनों के अभाव में भी हर रोज कुछ न कुछ नया कर दे रहे हैं।
हल्द्वानी निवासी इंजीनियरिंग के छात्र शुभम त्रिपाठी ने आरोग्य सेतु एप की तर्ज पर अपना खुद का कोरोना ट्रैकिंग एप ईजाद किया है। महज तीन दिन में बनाए गए इस एप का नाम 'कोविड-19 पॉइंट' रखा गया है। एप के प्रयोग से न केवल कोरोना संक्रमण का पता लग सकेगा, बल्कि लॉकडाउन के दौरान खुद को मानसिक व शारीरिक तौर पर फिट रहने व इम्युनिटी बढ़ाने के टिप्स भी देगा। इस एप की एक बड़ी खासियत यह भी है कि इसमें कोरोना संक्रमण का वल्र्डवाइड स्टेटस भी देखा जा सकेगा।
बीटीकेआइटी का छात्र है शुभम
कोविड-19 पॉइंट एप को बनाने वाला शुभम त्रिपाठी अल्मोड़ा जिले के बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटीकेआइटी) द्वाराहाट में बीटेक सीएसई सेकंड ईयर का छात्र है। वह मूल रूप से हल्द्वानी के लामाचौड़ का रहने वाला है।
ऐसे आया आइडिया
शुभम ने बताया कि स्कूली शिक्षा के दौरान गणित की शिक्षिका रही मुन्नी पंत से उसे यह आइडिया मिला। लॉकडाउन की वजह से जब संस्थान बंद था तो शिक्षिका पंत ने कोरोना को लेकर एक एप बनाने को कहा। जिसके बाद लगातार तीन दिन की मेहनत से एप बनाया, लेकिन कुछ बंदिशों के चलते वह इसे गूगल प्ले स्टोर पर नहीं डाल सका। ऐसे में उसने अपने दोस्त विनम्र शर्मा की मदद ली। विनम्र ने कोविड-19 पॉइंट एप के लिए एक वेबसाइट बनाई।
कॉलेज की वेबसाइट से करें डाउनलोड
कोविड-19 पॉइंट एप को शुभम ने अपने संस्थान को दिया है। जिसके बाद संस्थान ने अपनी वेबसाइट पर इसे डाला। जहां से इसे डाउनलोड किया जा सकता है। डॉ. विशाल कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियङ्क्षरग विभाग बीटीकेआइटी ने बताया कि बीटेक सेकंड ईयर के छात्र शुभम त्रिपाठी ने कोरोना ट्रैकिंग एप व विनम्र शर्मा ने वेबसाइट बनाई है। दोनों छात्रों का यह प्रयास काबिले तारीफ है। अभी फिलहाल एप को संस्थान की वेबसाइट पर डाला गया है। संस्थान खुलने के बाद एप को मान्यता दिलाने के लिए सरकार के दिशा-निर्देशानुसार कार्य किया जाएगा।
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