चेयरमैन के माफी मांगने पर काम पर लौटे कर्मचारी
नैनीताल नगरपालिका सभासदों और कर्मचारियों के बीच टकराव पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी के हस्तक्षेप पर खत्म हो गया।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : नगरपालिका सभासदों और कर्मचारियों के बीच टकराव पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी के हस्तक्षेप के बाद शांत हो गया। इसके बाद कर्मचारी काम पर तो लौट आए, मगर उन्होंने सभासदों की सिफारिश पर काम करने से मना कर दिया है। वहीं चेयरमैन ने कर्मचारियों व सभासदों से नैनीताल के हित में एकजुट होकर काम करने की अपील की। साथ ही चेताया कि यदि इस तरह के मामलों की पुनरावृत्ति हुई तो वह सख्त कदम उठाने को बाध्य होंगे। सभासदों ने अभद्रता के लिए पालिका ईओ से माफी भी मांगी है।
स्ट्रीट लाइट के मसले पर सभासदों ने गुरुवार को ईओ से अभद्रता की थी। इसके बाद कर्मचारी सभासदों के रवैये से आक्रोशित होकर कार्य बहिष्कार पर चले गए थे। शुक्रवार को दफ्तर खुलने के बाद पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी ने पहले सभासदों के साथ बैठक की। फिर कर्मचारी नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया। वार्ता समाप्त होने ही वाली थी कि सभासद राजू टांक की एक टिप्पणी से कर्मचारी भड़क गए और उन्होंने वार्ता छोड़कर पालिका की गैलरी में नारेबाजी शुरू कर दी। तनानती देख पालिका ईओ भी बैठक से उठकर चले गए। फिर पांच मिनट बाद ईओ चेयरमैन कक्ष में गए और कर्मचारियों को वार्ता के लिए बुलाया। गुस्साए कर्मचारियों ने कहा कि जब चेयरमैन वार्ता कर रहे हैं तो सभासद बीच में हस्तक्षेप किस हैसियत से कर रहे हैं। इस दौरान कर्मचारियों की सभासदों से तीखी नोक-झोंक हो गई। एक बार तो हाथापाई की नौबत आ गई थी, जिसे टाल दिया गया। इसके बाद चेयरमैन ने अपनी तथा सभासदों की ओर से कर्मचारियों से माफी मांगी तो कर्मचारी भी पसीज गए। कर्मचारियों ने इस दौरान दो टूक कह दिया कि वह सभासदों का कोई काम नहीं करेंगे। वह ईओ के अधीन कार्यरत हैं। इधर सभासदों का आरोप था कि कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार के दौरान उनके साथ गालीगलौज की। सभासद मनोज जगाती का कहना था कि सूचना नहीं देने पर उनके द्वारा आरटीआइ लगाई गई। कर समिति के अध्यक्ष होने के नाते बिना फाइल देखे दस्तखत कराए जा रहे थे, उन्होंने मना कर दिया। वार्ता में सभासद दीपक बर्गली, भगवत रावत, कैलाश रौतेला, दया सुयाल, निर्मला चंद्रा, सुरेश चंद्र, पुष्कर बोरा, सागर आर्य, राजू टांक , जबकि कर्मचारियों की ओर से प्रमोद कुमार, सुनील खोलिया, खीम सिंह राणा, कमल कटियार, शिवराज नेगी, ललित मोहन, गोपाल नेगी, रितेश कपिल, हेम पंत, सोनू सहदेव, राजेंद्र जोशी, नारायण राम, महेश कुमार आदि थे। भावुक होकर रो पड़ीं सभासद
नैनीताल: वार्ता सफल होने के बाद सभासद गजाला कमाल एकाएक भावुक होकर रो पड़ी। कहा कि पालिका के कर्मचारी उनके घर आते रहे हैं। हमेशा उनका सम्मान किया गया। उन्होंने रोते हुए कहा कि चेयरमैन द्वारा उनका पक्ष नहीं लिया गया। पालिकाध्यक्ष व अन्य सभासदों ने उन्हें बमुश्किल चुप कराया।