coronavirus : सुुुुुुुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी बंद, बेस अस्पताल में होगा अब इलाज
एसटीएच की इमरजेंसी को पूरी तरह बंद करने के आदेष हो गए हैं। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा निदेशक युगल किशोर पंत ने भी आदेश कर दिए हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : एसटीएच की इमरजेंसी को पूरी तरह बंद करने के आदेष हो गए हैं। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा निदेशक युगल किशोर पंत ने भी आदेश कर दिए हैं। वहीं डीएम सविन बंसल ने कहा कि बाकी मरीजों की व्यवस्था बेस अस्पताल में की जाएगी।
सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता में भी डीएम ने कहा कि एसटीएच में केवल स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग व बाल रोग विभाग चलेंगे। एसटीएच को कोरोना अस्पताल के तौर पर विकसित कर दिया गया है। सामान्य मरीज बेस अस्पताल में जाएंगे। वहां पर एसटीएच के डाॅक्टर भी सेवा देंगे। महिला अस्पताल भी व्यवस्थाएं दुरुस्त की गई हैं। प्राइवेट एंबुलेंस अधिग्रहीत कर ली गई हैं। इसके अलावा कोई एंबुलेंस संचालक मनमानी करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
निजी अस्पताल के लिए भी प्रशासन की तैयारी
कोरोना के अलावा अन्य मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों में भी व्यवस्था की जानी है। इसके लिए प्रषासन स्तर पर तैयारी चल रही है। इसके लिए बेस अस्पताल व एसटीएच प्रबंधन ने भी जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजा है।
भर्ती 262 मरीजों को किया जा रहा डिस्चार्ज
एसटीएच में अलग-अलग बीमारियों के 262 मरीज भर्ती हैं। इन्हें धीरे-धीरे डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। प्राचार्य प्रो. सीपी भैंसोड़ा का कहना है कि जबरदस्ती डिस्चार्ज नहीं कर रहे हैं।
शेल्टर होम में रखे गए हैं 453 लोग
एक-दूसरे प्रदेशों व जिलों को जाने वाले 453 लोगों को शेल्टर होम में रखा गया है। इनके लिए हल्द्वानी में स्टेडियम, डिग्री काॅलेज, एमबी इंटर काॅलेज, ईटीसी कन्या, रूद्राक्ष रामनगर व लालकुआं में व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही 202 लोगों की काउंसलिंग की गई। कंटोल रूम में 336 लोगों के काॅल रिसीव किए गए।
यह भी पढ़ें
15-16 दिन बाद जमातियों की कोरोना रिपोर्ट आई पाॅजिटिव, सकते में हल्द्वानीवासी
12-12 घंटे की ड्यूटी कर बेस अस्पताल में टीम के साथ जमे हैं चिकित्सक
सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में कोरोना पाॅजिटिव नौ मरीजों के भर्ती होने से हड़कंप