रामनगर में मवेशी ढूंढने जंगल में गया था चारवाहा, हाथी ने पटक कर मारा डाला
मवेशी चराने जंगल गए एक वृद्घ को हाथी ने हमला कर मार डाला। सुबह उसका शव जंगल किनारे पड़ा मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हल्द्वानी भेज दिया।
रामनगर, जेएनएन : मवेशी चराने जंगल गए एक वृद्ध को हाथी ने हमला कर मार डाला। सुबह उसका शव जंगल किनारे पड़ा मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हल्द्वानी भेज दिया।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत बन्नाखेड़ा रेंज में ग्रामीण वन क्षेत्र खत्तों में निवास करते हैं। जनपद अल्मोड़ा के बाड़ेछीना गांव निवासी महेश चंद्र भट्ट (60) पिछले बीस सालों से खत्तों में अलग-अलग लोगों के यहां मवेशी चराता था। इन दिनों वह कुबेर सिंह के घर में मवेशी चराने का काम करता था। मंगलवार शाम को कुबेर सिंह के मवेशी दिन में जंगल गए थे। शाम को वह उन्हें आने में देर हो गई तो महेश चंद्र मवेशियों को ढूंढऩे के लिए जंगल चला गया। लेकिन रात तक वह घर नहीं पहुंचा। सुबह कुबेर सिंह ग्रामीणों के साथ उसे खोजने के लिए निकला। जंगल के किनारे उसका शव पड़ा देख लोग दंग रह गए। ग्रामीणों ने उसके शरीर पर निशान देखकर हाथी का हमला बताया।
सूचना पर बन्नाखेड़ा रेंजर मोहन चंद्र पंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने बैलपड़ाव पुलिस को सूचना दी। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गई। बैलपड़ाव चौकी इंचार्ज सुशील जोशी ने बताया कि मृतक अकेले ही रहता था। उसके परिवार के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। रेंजर पंत ने बताया कि हाथी के हमले से ही उसकी मौत हुई है। संभावना है कि उसकी पीठ पर हाथी ने पैर रख दिया था।
हाथी के हमले की घटनाएं
बैलपड़ाव में तीन साल पूर्व पालतू हाथी ने एक ग्रामीण को पटक कर मार डाला। इसके बाद सीतावनी में जंगली हाथी ने काशीपुर से घूमने आई महिला को मार डाला था। दो साल पूर्व कॉर्बेट में हाथी ने दो संविदा कर्मियों को मार डाला।
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