हाथी ने स्कूल और घर की दीवार तोड़ी, रेलवे क्रासिंग पर तैनात गेटमैनों छिपकर बचाई जान nainital news
नैनीताल जिले के टांडा रेंज में एक जंगली हाथी ने हल्दूचौड़ रेलवे क्रासिंग के पास बने आवासीय कमरे व स्कूली की दीवार को क्षतिग्रस्त कर दिया।
लालकुआं, जेएनएन : नैनीताल जिले में टांडा रेंज से राष्ट्रीय राजमार्ग को पार करते हुए शुक्रवार देर शाम एक हाथी आइओसी रेलवे क्रासिंग के पास रेलवे ट्रैक पर खड़ा हो गया। कुछ देर ट्रैक पर खड़े रहने के बाद हाथी गुमटी व हल्दूचौड़ रेलवे क्रासिंग में तैनात गेटमैनों के आवासीय कमरों को ओर आ धमका। इस दौरान उसने हल्दूचौड़ रेलवे क्रासिंग के पास बने आवासीय कमरे व स्कूल की दीवार को क्षतिग्रस्त कर दिया। रेलवे गेट पर तैनात गेटमैन गोविंद ने जब हाथी का आतंक देखा तो उसके हाथ-पांव फूल गए और वह आवासीय कमरे में जाकर छिप गया।
दो आवास और स्कूल की दीवार को तोड़ा
गेटमैन गोविंद के मुताबिक रेलवे ट्रैक पर कुछ देर खड़ा रहने के बाद हाथी बच्चीधर्मा गांव पहुंच गया। ग्रामीणों के शोरगुल कर भगाने के बाद वह फिर से गेटमैन के आवासी कमरे के पास से हल्दूचौड़ की ओर चला गया। इसके बाद हाथी गुम्टी स्थित रेलवे क्रासिंग के आवास के पीछे से होते हुए हल्दूचौड़ स्थित रेलवे क्रासिंग के पास बने रेलवे गेटमैन के आवासीय कमरे के पास पहुंचा। जहां पर हाथी ने गेट संख्या 46 पर गेटमैन बृजमोहन कुमार और भूपेंद्र सिंह के आवास से सटी स्कूल की दीवार को क्षतिग्रस्त कर दिया। गेटमैन गोविंद ने बताया कि हाथी की आवाजाही से भय का माहौल बना है। बताया कि मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। क्षेत्र में रोजाना हाथी की आवाजाही से क्षेत्रवासियों में भी भय का माहौल बना है। ग्रामीणों की सूचना पर पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, ग्राम प्रधान हरेंद्र असगोला व पूर्व ग्राम प्रधान उमेश कबडवाल ने नुकसान का जायजा लेते हुए ग्रामीणों को हाथियों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की।
दो दिन पहले भी हाथी ने रोकी थी संपर्क क्रांति की रफ्तार
विगत गुरुवार को हाथी के रेलवे ट्रैक पर खड़े हो जाने के कारण आइओसी डिपो के पास संपर्क क्रांति रेलगाड़ी को करीब 15 मिनट खड़े रहना पड़ा। रेलवे गेटमैन सुरेंद्र ने बताया कि जब हाथी को ट्रैक पर खड़ा देखा तो हल्द्वानी से दिल्ली को जाने वाली संपर्क क्राति रेलगाड़ी को रेड सिग्नल देकर रोका गया। रेलगाड़ी का हार्न सुनने के बाद हाथी ट्रेक से हटा। उसके बाद ही रेलगाड़ी को लालकुआं की ओर रवाना किया गया। इधर ग्रामीणों के मुताबिक हाथी रोजाना शाम होते ही टांडा जंगल से होते हुए हाईवे व रेलवे ट्रैक पर आ रहे हैं, जिससे खतरा बना है।
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