बारिश का कहर सड़कों पर टूटा, आठ रूटों पर यातयात ठप Bageshwar News
बागेश्वर जिले में भूस्खलन के कारण सड़कों में भारी मात्रा में मलबा आ गया है। जिससे सात ग्रामीण सड़कें आवागमन के लिए पूरी तरफ बंद हैं। जबकि एक राजमार्ग भी आवागमन के लिए बंद हो गया है
बागेश्वर, जेएनएन : बागेश्वर जिले में भूस्खलन के कारण सड़कों में भारी मात्रा में मलबा आ गया है। जिससे सात ग्रामीण सड़कें आवागमन के लिए पूरी तरफ बंद हैं। जबकि एक राजमार्ग भी आवागमन के लिए बंद हो गया है। सड़कें बंद होने से करीब दस हजार की जनसंख्या प्रभावित हो गई है।
मंगलवार की सुबह बागेश्वर में और गरुड़ में बारिश हुई। जबकि कपकोट में चटक धूप निकली। जिससे भूस्खलन का सिलसिला तेज हो गया है। भूस्खलन के कारण कपकोट-कर्मी-तोली, धरमघर-माजखेत, शामा-लीती-गोगिना, कपकोट-कर्मी, हरसीला-पुड़कुनी, धपोली जेठाई के अलावा राजमार्ग कपकोट-शामा-तेजम आवागमन के लिए पूरी तरह बंद हो गया है। इधर, आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी मशीन लगाई गई हैं। मौसम विभाग के अनुसार बारिश के आसार बने हुए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक नुकसान
बारिश के कारण कपकोट तहसील के हरसीला, कफौली, चलकाना, पुड़कुनी आदि गांवों में व्यापक नुकसान हुआ है। ग्राम प्रधान रेखा आर्य ने बताया कि अतिवृष्टि से बिजली, पानी, सड़क और रास्ते का संकट पैदा हो गया है। गांव के गुमान सिंह और चतुर सिंह के मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कफौटी के दिनेश चंद्र के मकान के पीछे मलबा आ रहा है।घटना में उनकी भैस बालबाल बच गई है।
गोशाला चढ़ी आपदा की भेंट
बीते सोमवार की देर रात बारिश से दाड़िखेत निवासी कुंदन सिंह पुत्र हयात सिंह की गोशाला गिर गई। घटना में एक बैल की मौत हो गई। जबकि अन्य मवेशी चोटिल हो गए। छानीसेरा ग्राम पंचायत के प्रधान चतुर सिंह ने जिलाधिकारी से आपदाग्रस्त गोशाले को ठीक करने के लिए उचित मुआवजे की मांग की है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा बारिश से पंचायत भवन, प्राथमिक स्कूल को जाने वाले रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है।