ITI gang in Haldwani: आइटीआइ गैंग के आठ सदस्य गिरफ्तार, एमबीपीजी कालेज में तलवार से युवक पर किया था हमला
Eight members of ITI gang arrested एमबीपीजी में तलवार से हमले के आरोपति आइटीआइ गैंग के देवेंद्र सिंह बिष्ट आदित्य नेगी देवेंद्र बोरा पंकज कनवाल रवि सिंह बोरा हर्षित जोशी मिहिर तिवारी व कविराज बिष्ट को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: Eight members of ITI gang arrested एमबीवीजी कालेज में घुसकर युवक को तलवार मारकर घायल करने वाले आइटीआइ गैंग पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बुधवार को पुलिस व एसओजी ने गैंग के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
एमबीपीजी कालेज में यह हुई वारदात
मंगलवार को धानमिल बरेली रोड निवासी महेंद्र बिष्ट ने पुलिस को बताया था कि उनका बेटा शिवम बिष्ट एमबीपीजी कालेज में क्रिकेट खेलने गया था। देर शाम आइटीआइ गैंग के सदस्यों ने पुरानी रंजिश को लेकर जानलेवा हमला कर दिया। तलवार से हमला करने के बाद तमंचे लहराकर कालेज में दहशत फैलाई।
गैंग के ये आरोपित गिरफ्त में
पुलिस ने गैंग के सदस्य गैस गोदाम छड़ायल निवासी देवेंद्र सिंह बिष्ट, जजफार्म निकट आइटीआइ निवासी आदित्य नेगी, डहरिया निवासी देवेंद्र बोरा, आइटीआइ निवासी पंकज कनवाल, एसकेएम स्कूल के पास रामपुर रोड निवासी रवि सिंह बोरा, सीएमटी कालोनी डहरिया निवासी हर्षित जोशी, केवीएम स्कूल के पास मुखानी निवासी मिहिर तिवारी व भोलानाथ गार्डन निवासी कविराज बिष्ट पर हत्या के प्रयास व बलवा की धाराओं में प्राथमिकी की।
पुलिस का दावा सभी आरोपित गिरफ्तार
कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। टीम में एसओजी प्रभारी नंदन सिंह रावत, नीरज भाकुनी, एसएसआइ विजय मेहता, एसआइ महेंद्र प्रसाद, जगदीप नेगी, टीपी नगर चौकी प्रभारी संजीत राठौड़, एसआइ धर्मेंद्र कुमार, रविंद्र राणा, कांस्टेबल पान सिंह, धर्मेंद्र मर्तोलिया, मो. अजहर, बंशीधर जोशी, घनश्याम रौतेला, कुंदन कठायत, दिनेश नगरकोटी व अनिल गिरी शामिल रहे।
एसओजी, दो थाना व तीन चौकियों की पुलिस जुटी
आइटीआइ गैंग के सदस्य हर बार पुलिस से बच जाते थे। इस बार पुलिस ने रणनीति के तहत आरोपितों की गिरफ्तारी की। एसएसपी के निर्देश पर दो थाना व तीन चौकियों की पुलिस के अलावा एसओजी को लगाया गया। घेराबंदी से आरोपित बच नहीं पाए।
एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि जिले में किसी गैंग को पनपने नहीं दिया जाएगा। कुछ अराजकतत्व गैंग बनाकर अराजकता फैला रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए जेल ही एकमात्र जगह है। आइटीआइ गैंग पुलिस की रडार पर है।