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नए रंग में नजर आएगा मुनस्यारी का पातलथौड़, स्कीइंग संग ईको टूरिज्म विकसित

हिमनगरी मुनस्यारी का पातलथौड़ अब नए रंग में नजर आने लगा है। स्नो स्कीइंग के साथ ही यहां पर ईको टूरिज्म विकसित हो चुका है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 25 Feb 2019 05:07 PM (IST)Updated: Mon, 25 Feb 2019 08:29 PM (IST)
नए रंग में नजर आएगा मुनस्यारी का पातलथौड़, स्कीइंग संग ईको टूरिज्म विकसित
नए रंग में नजर आएगा मुनस्यारी का पातलथौड़, स्कीइंग संग ईको टूरिज्म विकसित

मुनस्यारी, देवेंद्र सिंह देवा : हिमनगरी मुनस्यारी का पातलथौड़ अब नए रंग में नजर आने लगा है। स्नो स्कीइंग के साथ ही यहां पर ईको टूरिज्म विकसित हो चुका है। मानसून काल को  छोड़ कर साल के शेष समय में पातलथौड़ एक पर्यटक स्थल बनने जा रहा है। वन विभाग द्वारा यहां पर बनाए जा रहे ईको पार्क के बाद पातलथौड़ नए स्वरूप में नजर आएगा।

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थल-मुनस्यारी मार्ग में मुनस्यारी के शीर्ष में स्थित पातलथौड़ अपने नैसर्गिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। जहां पर वन विभाग की थुनेर की नर्सरी है। इसके अलावा इसी स्थान से ऊपर को स्नो स्कीइंग होती है। इस वर्ष तो अत्यधिक बर्फबारी से पातलथौड़ में ही स्नो स्कीइंग हुई है। 24 सौ मीटर  की ऊंचाई पर स्थित पातलथौड़ चारों तरफ विशाल बांज, बुरांस, थुनेर, सुरई सहित अन्य वृक्षों से आच्छादित पातलथौड़ में वन विभाग ने ईको निर्माणाधीन है। जिसमें साहसिक गतिविधियों से लेकर बच्चों के झूले तक बन चुके हैं। जिले में पातलथौड़ ही एक ऐसा स्थल बन चुका है। जहां प्रकृति के साथ पर्यटन का आनंद बढ़ चुका है।

पर्यटकों को लुभाने में सक्षम है पातलथौड़

कुछ समय पूर्व तक वीरान नजर आने वाला पातलथौड़ अब एक नए स्वरूप में नजर आने लगा है। जिले के प्रमुख पर्यटक स्थल मुनस्यारी आने वाले पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थल बना है। प्रकृति के  बीच पर्यटकों को यह खासा लुभाता है। मुनस्यारी आने वाले  पर्यटक यहां पर समय बीतना पसंद करते हैं। आने वाले समय में पातलथौड़  में ईको टूरिज्म के तहत अन्य सुविधाएं जुडऩे वाली हैं।

खलिया ट्रैक में पड़ता है पातलथौड़

हिमनगरी मुनस्यारी में पर्यटन के लिए मुनस्यारी से खलिया तक का दस किमी का ट्रैक के बीच में पातलथौड़ पड़ता है। इस ट्रैक में जाने वाले पर्यटक यहां पर ठहरते हैं। अभी तक ईको पार्क के तहत वर्मा ब्रिज, पर्यटकों के लिए हट्स, रेस्टोरेंट का भी निर्माण होना है। मुनस्यारी के पर्यटन से जुड़े लोगों का कहना है कि पातलथौड़ में ईको टूरिज्म विकसित होने का लाभ मुनस्यारी को मिलेगा और पर्यटन बढ़ेगा।

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