नेटवर्क की कनेक्टिवटी में परेशानी आने से रुद्रपुर में आधार बनाने का ठप, लोग परेशान
बादलों व कोहरे के कारण जीपीएस सिस्टम अपडेट कर पाना कर्मचारियों के लिए कठिन हो जाता है। सोमवार को भी सुबह 9 बजे जब केंद्र खुला उससे पहले ही लोगों की भीड़ जमा हो गयी। दो घण्टे में मात्र 10 आधार कार्ड भी नहीं बन सके।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर (ऊधमसिंह नगर) : आधार कार्ड बनाने में मौसम खरांब होने के साथ जीपीएस भी दगा दे रहा। जिससे 30 लोगों के आधार कार्ड बनाने में भी कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा।साथ हो आधार में संशोधन को लेकर भी लोगों की भीड़ काउंटर पर लग रही।
बीते एक सप्ताह से मौसम जहां खराब है। इसका असर ऑनलाइन कार्यों पर भी दिखाई दे रहा। सभी के लिए अनिवार्य आधार कार्ड बनवाने को पोस्ट ऑफिस परिसर के आधार कार्ड केंद्र पर सुबह से लोगों की लाइन लग जाती है। पर बादलों व कोहरे के कारण जीपीएस सिस्टम अपडेट कर पाना कर्मचारियों के लिए कठिन हो जाता है। सोमवार को भी सुबह 9 बजे जब केंद्र खुला उससे पहले ही लोगों की भीड़ जमा हो गयी। दो घण्टे में मात्र 10 आधार कार्ड भी नहीं बन सके। केंद्र के प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि मौसम खराब होने से अक्सर सिस्टम जानकारी नहीं ले पाता। इससे आधार के आवेदन में दूसरी जानकारी लोड नही की जा सकती। बीते एक सप्ताह से जीपीएस लगातार बीच-बीच मे धोखा दे रहा है।
जितने बन नहीं रहे, उससे अधिक संशोधन को आ रहे
आधार कार्ड केंद्र पर रोजाना जहां 30 आधार बनाने में कर्मचारी परेशान हो रहे।वहीं इससे कहीं अधिक लोग आधार कार्ड में संशोधन के लिए आ रहे। केंद्र में सिस्टम पर काम कर रही रिया पांडेय ने बताया कि बीते महीने 268 लोगों ने अपने आधार कार्ड में संशोधन कराया।जो जरूरी दस्तावेज लगाने होते हैं,उनको लोग नहीं लगते जिससे आधार में गलतियों के कारण दोबारा आना पड़ता है।इससे समय की बर्बादी होती है । संशोधन के कारण दूसरे लोगों के नए आधार कार्ड नहीं बन पाते।
दो घंटे से सर्वर हुआ ठप
पोस्ट ऑफिस परिसर में आधार केंद्र पर सोमवार को दो घण्टे से सर्वर जहां ठप दिखाई दिया।वहीं जीपीएस अपडेट न होने से नए आधार कार्ड बनाने के लिए आवेदन अपलोड नही हो पा रहे। रोजाना 30 आवेदन लेने के कारण दूसरे लोगों को कर्मचारी अटेंड नहीं कर पा रहे। मुख्य डाकघर के पोस्ट मास्टर यतींद्र कुमार बमेटा ने बताया कि आधार बनाते समय जीपीएस का ठीक से काम करना जरूरी होता है। इससे डुप्लीकेट कार्ड बनने की संभावना खत्म हो जाती है। किसी अन्य सेंटर से ऐसा किए जाने पर पता चल जाता है और कार्ड रिजेक्ट कर दिया जाता है।