उच्च हिमालय की दारमा सड़क को खोलने का कार्य जोरों पर, 23 किमी तक हटाई गई बर्फ
भारी हिमपात से विगत पांच माह से बंद चीन सीमा के निकट तक बनी उच्च हिमालयी दारमा सड़क को खोलने का कार्य जोरों पर है।
धारचूला (पिथौरागढ़) : भारी हिमपात से विगत पांच माह से बंद चीन सीमा के निकट तक बनी उच्च हिमालयी दारमा सड़क को खोलने का कार्य जोरों पर है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा दारमा मार्ग पर 23 किमी तक ग्लेशियर हटा दिए गए हैं। जेसीबी मशीने लगाकर पूरे मार्ग को खोलने का प्रयास जारी है।
उच्च हिमालयी दारमा मार्ग सोबला से लेकर दारमा तक बना है। यूं तो यह मार्ग प्रतिवर्ष भारी हिमपात के कारण बंद रहता है। शीतकाल में दारमा घाटी के 11 गांवों के ग्रामीण जौलजीवी से गलाती तक रहते हैं। अप्रैल माह में ग्रामीण अपने मूल गांवों को लौटते हैं । इस वर्ष के रिकार्ड हिमपात से दारमा मार्ग में विशाल ग्लेशियरों के आने से 38 किमी मार्ग ग्लेशियरों से ढका था। जिसमें 23 किमी तक बर्फ हटा दी गई है। शेष 15 किमी मार्ग से बर्फ हटनी है। पूरा मार्ग खुलने में अभी कुछ दिन और लगने की संभावना है।
माइग्रेशन में देरी से मायूस हैं दारमावासी
दारमा के ग्रामीण 15 अप्रैल से घाटी से उच्च हिमालयी अपने गांवों को माइग्रेशन करते हैं। इस वर्ष की बर्फ से यह संभव नहीं हो सका है। ग्रामीण अपने गांवों में जाकर खेती करते हैं। माइग्रेशन में देरी होने से गरीब ग्रामीण खेती को लेकर परेशान हैं।
भाजपा नेताओं के हस्तक्षेप से चल रहा सड़क खोलने का कार्य
माइग्रेशन में हो रही देरी को लेकर ग्रामीण परेशान थे। मार्ग पर जमी बर्फ को लेकर मार्ग के जल्दी खुलने के आसार नहीं थे। जिसे लेकर भाजपा नेता जगत मर्तोलिया के नेतृत्व में एसडीएम से भेंट कर मार्ग जल्दी खोलने की मांग की गई थी। प्रशासन के निर्देश पर केंद्रीय लोनिवि ने मार्ग खोलने का कार्य प्रारंभ किया, परंतु मशीन और मानव संसाधनों की कमी से मार्ग खोलने में दिक्कतें आ रही थी। तब भाजपा नेता जिला मुख्यालय में डीएम से मिले । इसके बाद कार्य में तेजी आई है। सीपीडब्ल्युडी ने मशीन और मजदूर बढा दिए हैं परंतु अभी भी संसाधन मांग से कम होने से विलंब हो रहा है।
नागलिंग से दो सौ मीटर आगे तक खुला मार्ग
सोबला से दर, सेला, चल, नागलिंग तक मार्ग से बर्फ हटा दी गई है। नागलिंग से दो सौ मीटर आगे तक मार्ग खोल दिया गया है। दारमावासियों की तरफ से मार्ग की दशा देख कर आए हेजेंद्र फिरमाल ने बताया कि 23 किमी मार्ग से बर्फ हटा कर मार्ग खोला गया है। अलबत्ता सड़क के दोनों तरफ ग्लेशियर हैं। मार्ग के ढाकर तक खोलने में अभी दस दिन का समय लग सकता है।
23 किमी तक खोली गई सड़क
स्वप्निल सांगोड़े, सहायक अभियंता, केंद्रीय लोनिवि ने बताया कि बुधवार तक दारमा मार्ग में बर्फ हटाकर 23 किमी सड़क खोल दी गई है। नागलिंग से दो सौ मीटर आगे तक सड़क वाहनों के लिए खुल चुकी है। शेष 15 किमी मार्ग खोलना शेष है। दारमा घाटी के ढाकर गांव तक पैदल मार्ग खोलने में अभी दस दिन का समय लग सकता है।
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