रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए चालक-परिचालकों को बसें भरवाने की ड्यूटी मिलेगी
कोरोना काल के चलते आर्थिक तौर पर वह और घाटा झेल रहा है। ऐसे में महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने सभी एआरएम व स्टेशन अधीक्षक को पत्र भेज निर्देश दिए हैं कि जिन चालक-परिचालक को रोटेशन चार्ट के चलते अभी ड्यूटी नहीं मिली।
हल्द्वानी, जेएनएन : उत्तराखंड परिवहन चाहकर भी अपनी स्थिति को नहीं सुधार पा रहा। कोरोना काल के चलते आर्थिक तौर पर वह और घाटा झेल रहा है। ऐसे में महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने सभी एआरएम व स्टेशन अधीक्षक को पत्र भेज निर्देश दिए हैं कि जिन चालक-परिचालक को रोटेशन चार्ट के चलते अभी ड्यूटी नहीं मिली। उनसे रोडवेज की बसों में सवारियां बिठाने का काम लिया जाए। जीएम ने अपने आदेश में ऐसे कई बिंदुओं का जिक्र किया हैं जिनसे निगम की बसों को घाटे से उबारा जाए।
कोरोना काल में रोडवेज की बसों का संचालन बंद कर दिया गया था। जिसके बाद जून लास्ट में बसों का दौड़ाया गया। हालांकि, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा आदि बाहरी राज्यों में संचालन बाद में किया गया। उसके बावजूद रोडवेज की बसों को पूरी सवारियां नहीं मिल रही। वहीं, मुख्यालय ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि रास्ते में पडऩे वाले स्टाप प पांच-दस मिनट इंतजार करने की बजाय चालक सीधा बस लेकर निकल जा रहे हैं।
जबकि पड़ोसी राज्य यूपी व अन्य राज्य की बसों का स्टाफ मार्ग के सभी बस स्टाप से यात्रियों को बिठाने का पूरी कोशिश कर रहा है। जिससे उन्हें आय भी हो रही। परिवहन निगम के अफसरों ने आदेश में साफ कहा कि आर्थिक संकट का सामना कर रहा रोडवेज चार माह से कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पा रहा। ऐसे में सभी को अपनी ड्यूटी ईमानदारी से करनी होगी। वहीं, जीएम दीपक जैन ने कहा कि डिपो स्तर पर रूट से लौटने के बाद आय की समीक्षा होनी चाहिए। ताकि परिवहन निगम को आर्थिक तौर मजबूत किया जा सके।