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आवारा कुत्तों के आतंक से नैनीताल में शहरवासी व पर्यटक परेशान, रोजाना औसतन पांच लोगों को काट रहे

नैनीताल शहर में आवारा कुत्तों का आतंक बना हुआ है। मुख्य सड़कों के अलावा गलियों बाजारों में झुंड में जमा रहने वाले यह कुत्ते राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है। शहर में रोजाना औसतन पांच लोग इनका शिकार हो रहे है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 01 Nov 2020 10:49 AM (IST)Updated: Sun, 01 Nov 2020 10:49 AM (IST)
आवारा कुत्तों के आतंक से नैनीताल में शहरवासी व पर्यटक परेशान, रोजाना औसतन पांच लोगों को काट रहे
आवारा कुत्तों के आतंक से नैनीताल में शहरवासी व पर्यटक परेशान, रोजाना औसतन पांच लोगों को काट रहे

नैनीताल, जेएनएन : नैनीताल शहर में आवारा कुत्तों का आतंक बना हुआ है। मुख्य सड़कों के अलावा गलियों, बाजारों में झुंड में जमा रहने वाले यह कुत्ते राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है। शहर में रोजाना औसतन पांच लोग इनका शिकार हो रहे है। वहीं इनकी रोकथाम की कार्रवाई महज बधियाकरण तक सिमट कर रह गयी है। इसके अलावा पालिका कोई कदम उठाती नहीं दिख रही है।

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दरअसल शहर में लावारिश कुत्तों के साथ ही लंगूर व बंदरो का आतंक भी बढ़ता जा रहा है। जिसकी रोकथाम को जिम्मेदार पालिका हर वर्ष बधियाकरण अभियान तो चला रही है, लेकिन इसके बावजूद शहर में लावारिस कुत्तों की आबादी में लगातार इजाफा हो रहा है। लाकडाउन के दौरान लोगों की आवाजाही कम होने से इनके काटने के मामलों में कुछ कमी आयी थी, लेकिन दोबारा फिर इनका आतंक शुरू हो गया है। बीडी पांडे अस्पताल में रोजाना पांच से छह मामले कुत्तों के काटने के पहुँच रहे है। जिनको एंटी रैबीज और उपचार दिया जा रहा है।

दो मौतों के साथ ही कई गंभीर रूप से हुए घायल

अब तक शहर में इन आवारा आतंक से राजस्थानी पर्यटक की एक बेटी और शेरवानी क्षेत्र की एक किशोरी की मौत हो गयी है। इसके अलावा पांच माह पूर्व अयारपाटा क्षेत्र में एक किशोर को इन कुत्तों ने बुरी तरह नोच डाला था। जिससे उसके शरीर और सिर में करीब 40 टांके आये थे। वही बीते माह मॉर्निंग वॉक कर रही 82 वर्षीय महिला को भी कुत्तों ने बुरी तरह घायल कर दिया था।

महज बधियाकरण तक सिमटा अभियान

बढ़ते आवारा आतंक से निजात दिलाने के लिए कई बार शहरवासी विरोध प्रदर्शन भी कर चुके है। लेकिन इसकी रोकथाम की जिम्मेदार पालिका का अभियान महज बधियाकरण तक सिमट कर रह गया है।

1500 से अधिक कुत्तों का बधियाकरण

नगर पालिका नैनीताल के अधिशासी अधिकारी अशोक वर्मा ने बताया कि आवारा कुत्तों की तादाद बढ़ने से रोकने के लिए हर वर्ष बधियाकरण किया जा रहा है। अब तक 1500 से अधिक कुत्तों का बधियाकरण किया जा चुका है। इसके अलावा पालतू कुत्तों को स्वामी लावारिस न छोड़े इसके लिए पालिका से घरेलू कुत्तों के लाइसेंस भी जारी किए जाते हैं।


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