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गर्भवती को भर्ती न करने के मामले में डीएम ने भीमताल चिकित्साधिकारी से मांगा स्पष्टीकरण

डाॅ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में अक्सर इलाज में लापरवाही के मामले सामने आते रहे हैं लेकिन मामलों को दबा दिया जाता हैै। कई बार जांच भी हुई।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 05:22 PM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2020 05:22 PM (IST)
गर्भवती को भर्ती न करने के मामले में डीएम ने भीमताल चिकित्साधिकारी से मांगा स्पष्टीकरण
गर्भवती को भर्ती न करने के मामले में डीएम ने भीमताल चिकित्साधिकारी से मांगा स्पष्टीकरण

हल्द्वानी, जेएनएन : डाॅ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में अक्सर इलाज में लापरवाही के मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन मामलों को दबा दिया जाता हैै। कई बार जांच भी हुई। महज खानापूर्ति कर निपटा दी गई। पर इस बार जिला प्रशासन सख्त कार्रवाई के पक्ष में है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो। 31 जुलाई की रात को भीमताल चिकित्सालय से एसटीएच रेफर कोरोना पाॅजिटिव गर्भवती को भर्ती न करने के मामले में डीएम सविन बंसल ने भीमताल चिकित्साधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है। 

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डीएम सविन बंसल का कहना है कि देर रात तक एक गर्भवती को भर्ती न करने का मामला गंभीर है। इस मामले में भीमताल के चिकित्सा अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। उन्हें कोरोना पाॅजिटिव महिला के एसटीएच रेफर किए जाने की जानकारी उच्चाधिकारियों को देनी चाहिए थी। वहीं एसटीएच में इस लापरवाही प्रकरण को भी 20 जुलाई वाली जांच के साथ शामिल किए जाने के लिए नोडल प्रभारी रोहित मीणा को निर्देशित किया है। जांच पूरी गंभीरता और निष्पक्षता के साथ करवाई जा रही है। इस बार लापरवाही मिलने पर किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। एसटीएच में सुधार के लिए सख्त एक्शन की जरूरत है। इसके लिए हर स्तर पर कोशिश की जा रही है।


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