एनएच को 8.74 करोड़ का नुकसान पहुंचा गई आपदा, सड़क को पूरी तरह सामान्य होने में लगेंगे दो माह
भीषण आपदा के चलते निर्माणाधीन पिथौरागढ़-टनकपुर रोड को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। पिथौरागढ़ जिले के अंतर्गत गुरना से घाट के बीच 35 स्थानों पर मलबा अभी भी जमा है। एनएच ने एक वाहन के निकलने लायक जगह बना ली है लेकिन चूक बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : दस रोज पूर्व आई आपदा से एनएच को पिथौरागढ़ जिले में ही 8.74 करोड़ का नुकसान हो गया है। चार स्थानों में आधी सड़क वॉशआउट हो गई है। 35 स्थानों पर मलबे का ढेर लगा है। एनएच को यातायात सामान्य करने में दो माह से अधिक का समय लगने की उम्मीद है।
भीषण आपदा के चलते निर्माणाधीन पिथौरागढ़-टनकपुर रोड को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। पिथौरागढ़ जिले के अंतर्गत गुरना से घाट के बीच 35 स्थानों पर मलबा अभी भी जमा है। एनएच ने एक वाहन के निकलने लायक जगह बना ली है, लेकिन सड़क पर जरा सी चूक बड़े हादसे का कारण बन सकती है। गुरना, चुपकोट, दिल्ली बैंड और घाट बैंड में सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई है। कुछ स्थानों में सड़क का आधा हिस्सा बह गया है। एनएच को अब इन स्थानों में नई सड़क बनानी होगी। मलबा हटाने के लिए अभी संसाधन नहीं बढ़ाए गए हैं। सीमित संसाधनों से ही काम चल रहा है। जिस गति से मलबा हटाने का म चल रहा है उससे पूरा मलबा साफ होने में कम से कम दो माह का समय लगेगा। एनएच ने 8.74 करोड़ की क्षति का आंकलन तैयार किया है।
एनएच के सहायक अभियंता पीएल चौधरी ने बताया कि 10 रोज पूर्व आई आपदा से ऑल वेदर रोड को मानसून काल से भी बड़ा नुकसान हुआ है। मानसून काल के बाद सड़क का कार्य लगभग अंतिम चरण में था, लेकिन अब सड़क को पूरा करने में कुछ और समय लगेगा।