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छात्रसंघ चुनाव : दलों के डैमेज कंट्रोल पर भारी धामी की सेंधमारी NAINITAL NEWS

एमबीपीजी कॉलेज के 12 छात्रसंघ चुनावों के इतिहास में तीसरी बार निर्दलीय प्रत्याशी को अध्यक्ष पद पर जीत मिली है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 12:20 PM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 07:54 PM (IST)
छात्रसंघ चुनाव : दलों के डैमेज कंट्रोल पर भारी धामी की सेंधमारी NAINITAL NEWS
छात्रसंघ चुनाव : दलों के डैमेज कंट्रोल पर भारी धामी की सेंधमारी NAINITAL NEWS

हल्द्वानी, जेएनएन : एमबीपीजी कॉलेज के 12 छात्रसंघ चुनावों के इतिहास में तीसरी बार निर्दलीय प्रत्याशी को अध्यक्ष पद पर जीत मिली है। एनएसयूआइ के बागी राहुल धामी ने एबीवीपी व एनएसयूआइ के अरमानों पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जहां दोनों संगठन कई दिनों तक डैमेज कंट्रोल में लगे रहे वहीं, इस बीच धामी व उनके समर्थकों ने दोनों संगठनों के नाराज धड़ों पर ही सेंध लगा दी।

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छात्रनेताओं की मानें तो टिकट न देकर एनएसयूआइ नेअपने 60 फीसद वोट धामी के खाते में डाल दिए। निर्दलीय राहुल धामी समर्थक छात्रनेता बीते कई छात्रसंघ चुनावों में बाजी पलटने का काम कर चुके हैं। ऐसे में संगठन का वोट खींचना उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी। यही नहीं, एनएसयूआइ के कई बड़े नाम बाहर से तो संगठन के साथ थे, मगर असल में उन्होंने धामी को जीत दिलाने की ठानी हुई थी। मुश्किल थी तो बस एबीवीपी के वोट बैंक में सेंध लगाना। इसका समाधान खुद एबीवीपी ने ही कर दिया। टिकट न मिलने से संगठन का एक बड़ा धड़ा नाराज हो गया। राहुल धामी ने पूर्व में एबीवीपी से नजदीकी का भरपूर फायदा उठाया। जहां एबीवीपी एक-दो दिन तक डैमेज कंट्रोल में लगी रही, वहीं इस बीच धामी और उनके समर्थक छात्रनेताओं ने एबीवीपी के नाराज चल रहे धड़े से सांठगांठ कर ली। ऊपर तो संगठन में सब एक थे मगर, कहीं न कहीं टिकट न मिलने की टीस एबीवीपी के वोट भी धामी के खाते में डाल गई। एक तरह से धामी ने अध्यक्ष पद कब्जाने के लिए एक नहीं कई मोर्चो पर लड़ाई लड़ी।

जयचंदों ने मेरे संघर्ष को नहीं देखा : धामी

जीत लगभग पक्की होने पर राहुल धामी ने सोशल मीडिया पर संदेश जारी कर कॉलेज के छात्र-छात्राओं का आभार जताया। साथ ही एनएसयूआइ को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक तरफ विपक्ष से लडऩे की चुनौती थी तो दूसरी तरफ एनएसयूआइ के कुछ जयचंद थे, जिन्होंने छात्रहितों में लिए किए गए उनके संघर्ष को नहीं देखा और कुछ पैसों के बदले में मेरा टिकट ही काट दिया। वह आगे भी छात्र हितों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।

नुकसान कर गया निलंबन

प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लडऩे-लड़ाने व संगठन विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने वाले पांच छात्रनेताओं को एनएसयूआइ ने संगठन से निलंबित कर दिया। इसमें राहुल धामी का नाम भी शामिल था। प्रदेश प्रभारी अनुशेष शर्मा की ओर से की गई कार्रवाई से संगठन को चुनाव में बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। निलंबित छात्रनेताओं में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष देवेंद्र नेगी, पूर्व छात्र महासंघ अध्यक्ष रविंद्र रावत, हिमांशु बिष्ट, गौरव मठपाल, राहुल धामी शामिल हैं।

छात्रनेताओं के चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन

एबीवीपी के अध्यक्ष प्रत्याशी कमलेश भट्ट के समर्थन में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट समेत तमाम बड़े पदाधिकारी भी दिन भर सड़क पर प्रदर्शन करते रहे। एबीवीपी डायनामायट के नारे लगाते रहे। दोपहर में कई नेता भट्ट के प्रदर्शन में शामिल थे, लेकिन वह अंदर से राहुल धामी का समर्थन कर रहे थे।

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