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भारत-नेपाल सीमा विवाद सुलझाने के लिए आयोजित सीमांकन सर्वे बैठक रही बेनतीजा, अब जून में फिर होगी nainital news

भारत ने टनकपुर-ब्रह्मदेव के मध्य पिलर नंबर 811 से सर्वे शुरू करने की बात कही। इस पर सर्वे ऑफ नेपाल के अधिकारियों ने विरोध कर दिया।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 09:58 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 09:58 AM (IST)
भारत-नेपाल सीमा विवाद सुलझाने के लिए आयोजित सीमांकन सर्वे बैठक रही बेनतीजा, अब जून में फिर होगी nainital news
भारत-नेपाल सीमा विवाद सुलझाने के लिए आयोजित सीमांकन सर्वे बैठक रही बेनतीजा, अब जून में फिर होगी nainital news

चम्पावत, जेएनएन : भारत-नेपाल बॉर्डर के सीमांकन के लिए शुरू होने वाले सर्वे के लिए शुक्रवार को बनबसा एनएचपीसी में हुई बैठक बेनतीजा रही। सर्वे शुरू करने की जिम्मेदारी दोनों देशों के अधिकारियों ने फील्‍ड सर्वे टीम (एफएसटी) को ही सौंप दी। तय हुआ कि संबंधित जिले के डीएम व सीडीओ सर्वे के दौरान टीम का नेतृत्व करेंगे। इस बीच जून द्वितीय सप्ताह में एफएसटी की दूसरी बैठक करने का निर्णय लिया गया।

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नए सिरे से भारत-नेपाल बॉर्डर का सीमांकन न होने से लंबे समय से विवाद चल रहा है। पूर्व में निर्धारित सीमा पर बनाए गए कई पिलर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसे देखते हुए भारत व नेपाल सरकार ने चरणबद्ध तरीके से सीमाओं का सीमांकन करने के लिए सर्वे शुरू किया है। इसी क्रम में लखीमपुर खीरी से चम्पावत के बीच पिलर नंबर 700 से 811 के बीच सर्वे कर पिलरों का निर्माण व मरम्मत करानी है। इसके लिए शुक्रवार को भारत-नेपाल के अधिकारियों के बीच बनबसा एनएचपीसी सभागार में बैठक करीब 11:30 बजे से शुरू हुई। सर्वे ऑफ इंडिया के लीडर वीएचएसएस प्रसाद ने सर्वे के प्राथमिक तथ्यों को प्रजेंटेशन के माध्यम से रखा।

पिलर नंबर 700 से सर्वे पर नेपाल को एतराज

भारत ने टनकपुर-ब्रह्मदेव के मध्य पिलर नंबर 811 से सर्वे शुरू करने की बात कही। इस पर सर्वे ऑफ नेपाल के अधिकारियों ने विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि हम सर्वे सरकार द्वारा प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार ही करेंगे। सर्वे पिलर नंबर 700 से ही शुरू होगा। इस पर एनएचपीसी जीएम पवन कुमार ने बैठक में कहा कि अगर सर्वे पिलर नंबर 811 से शुरू होता है तो वह भारत-नेपाल के बीच पूर्व में हुई संधि के अनुसार रोड व नहर निर्माण का कार्य एक साल में पूरा कर नेपाल को सौंप देंगे। इसके बाद भी सर्वे ऑफ नेपाल की टीम नहीं मानी।  इसके बाद डीएम चम्पावत एसएन पांडे व कैलाली और कंचनपुर सीडीओ के साथ वार्ता कर सर्वे शुरू करने का स्थान टीम पर छोडऩे का निर्णय लिया। अब टीम तय करेगी कि उन्हें सर्वे कहां से शुरू करना है।

वाहनों के नंबर व कर्मचारियों के नाम शेयर करेंगे दोनों देश

सर्वे के दौरान बॉर्डर पर होने वाली चेकिंग के लिए अधिकारियों ने तय किया कि वह अपने वाहनों के नंबर, कर्मचारियों के नाम व पद शेयर कर दें। इसे बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों को दिया जाएगा।

जून के दूसरे सप्ताह में होगी दूसरी बैठक

बैठक में तय हुआ कि जिस जनपद में सर्वे होगा वहां एफएसटी का नेतृत्व संबंधित जिले के डीएम या सीडीओ करेंगे। अंतिम निर्णय एफएसटी की दूसरी बैठक के संबंध में लिया गया जो जून के दूसरे सप्ताह में होगी।

सम पिलरों का निर्माण भारत तो विषम का नेपाल कराएगा 

सर्वे के दौरान सम संख्या वाले पिलरों का निर्माण भारत की ओर से एसएसबी करेगी। विषम पिलरों का निर्माण सर्वे ऑफ नेपाल करेगा। इसके लिए सर्वे ऑफ इंडिया ने अपना कैंप ऑफिस टनकपुर तो सर्वे ऑफ नेपाल ने धनगढ़ी में बनाया है।

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