Move to Jagran APP

शहर की लाइफ लाइन गौला बैराज मरम्मत के प्रस्ताव पर शासन में निर्णय आज

महानगर की लाइफ लाइन गौला नदी पर बने बैराज की मरम्मत के प्रस्ताव पर शासन में शुक्रवार को निर्णय होगा।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 10:54 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 08:19 PM (IST)
शहर की लाइफ लाइन गौला बैराज मरम्मत के प्रस्ताव पर शासन में निर्णय आज
शहर की लाइफ लाइन गौला बैराज मरम्मत के प्रस्ताव पर शासन में निर्णय आज

हल्द्वानी, जेएनएन : महानगर की लाइफ लाइन गौला नदी पर बने बैराज की मरम्मत के प्रस्ताव पर शासन में शुक्रवार को निर्णय होगा। प्रमुख सचिव सिंचाई की अध्यक्षता में एक्सपेंडीचर फाइनेंसियल कमेटी (एएफसी) के सामने बैराज मरम्मत का प्रस्ताव रखा जाएगा। कमेटी की स्वीकृति व धन आवंटन के साथ ही मरम्मत का काम शुरू होने की उम्मीद है। गर्मियों से पहले बैराज की मरम्मत होने से शहरवासियों को राहत मिलने की उम्मीद भी जगने लगी है।

loksabha election banner

गौला पर बने बैराज पर हल्द्वानी शहर व ग्रामीण के साथ ही गौलापार क्षेत्र की पेयजल व सिंचाई व्यवस्था निर्भर है। मरम्मत के अभाव में बैराज काफी जर्जर हो चुका है। इससे रोजाना लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। गर्मियों में पानी की बर्बादी नहीं रुकी तो पेयजल व सिंचाई पर संकट पैदा हो सकता है। पानी की इस बर्बादी को रोकने को वर्ष 2018 के जून माह में बैराज मरम्मत का प्रस्ताव शासन को भेजा गया। प्रस्ताव पर कई बार आपत्तियों की वजह से यह सिंचाई विभाग के पास वापस आ गया। सभी आपत्तियों को दूर कर एक माह पहले 4.73 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया। अफसरों के मुताबिक इस धनराशि से बैराज के डाउन स्ट्रीम मे ग्रेनाइड स्टोन बिछाने के साथ ही ब्लाक बदलने, ब्लाक मरम्मत व गेट मरम्मत के काम होने हैं।

शुक्रवार को देहरादून में होने वाली एएफसी की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। इस बैठक में शामिल होने के लिए सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता तरुण बंसत समेत कई अफसर देहरादून पहुंच चुके हैं। अधिशासी अभियंता ने बताया कि एएफसी की बैठक में प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही बजट आवंटन हो जाएगा। जिसके बाद टेंडर आमंत्रित कर बैराज की मरम्मत का काम कराया जाएगा। गर्मियों तक बैराज मरम्मत का काम पूरा होने की उम्मीद सिंचाई विभाग के अफसर लगा रहे हैं।

यह भी पढ़ें : बिहार में प्रतिबंधित आंध्र प्रदेश की मछलियां पहाड़ में खपाई जा रहीं

यह भी पढ़ें : ऐसे शुरू हुआ हादसे के बाद उपद्रव, पहले पुलिस ने बरता संयम फिर होना पड़ा सख्‍त


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.