विदेशी युवती के नाम पर एफबी प्रोफाइल बनाकर पहले दोस्ती की फिर ऐसे लगा दिया 80 हजार का चूना, जानिए
विदेशी महिला के फेसबुक में दोस्त बनकर युवकों से ठगी करने का खेल इन दिनों काफी चल रहा है। इस जाल में फंसकर कई लोग अपनी कमाई बर्बाद रहे हैं।
खटीमा/ऊधमसिंहनगर, जेएनएन : विदेशी युवती के नाम पर फेक फेसबुक एकाउंट बनाकर पहले दोस्ती करने और फिर झांसे में लेकर ठगी करने का खेल इन दिनों धड़ल्ले से चल रहा है। साइबर क्रिमिनल इतनी सफाई और भरोसे से ये सब काम कर रहे हैं कि लोग आसानी से उनके झांसे में आ जा रहे हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है ऊधमसिंह नगर के खटीमा में। एक युवक को साइबर अपराधियों ने अपने जाल में फंसाया और फिर 80 हजार रुपये ठग लिए। जब पीडि़त को इसका आभास हुआ तो उसने कोतवाली पुलिस से मदद की गुहार लगाई। फिलहाल कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है।
खटीमा निवासी सुरेंद्र ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पहले फेसबुक पर उसकी दोस्ती यूके की एक लड़की से हुई। उसने बताया कि कि वो यूनाइटेड किंगडम के शहर कार्डिफ से भारत आ रही है। फिर 23 अप्रैल 2019 को मुंबई एअरपोर्ट पर उसके आने की खबर मिली। एअरपोर्ट से कस्टम अधिकारी के नाम पर उसके मोबाइल पर फोन आया। उसने खुद का नाम पूजा बताया और कहा कि आपकी दोस्त आशी सुनील के पास दो लाख पाउंड मिले हैं। भारतीय मुद्रा में इनकी कीमत लगभग एक करोड़ 85 लाख रुपये है। यह धनराशि जब्त कर ली गई है। इनके पास पेनाल्टी फीस देने के लिए इंडियन करेंसी नहीं है। अस्सी हजार रुपए पेनाल्टी जमा होनी है। उसने एकाउंट नंबर भी उपलब्ध कराया। इस पर उन्होंने 23 अप्रैल को 80 हजार रुपये उक्त एकाउंट में जमा करा दिए। फिर एक घंटे बाद फोन आया कि इसमें रजिस्ट्रेशन चार्ज भी लगेगा। इसके लिए एक लाख 56 हजार रुपये जमा करने होंगे।
कुछ देर बाद दोस्त आशी सुनील के भाई का विदेशी नंबर से कॉल आया कि तुम यह रुपये जमा करा दो। वह तीन दिन बाद यह पैसे उसके एकाउंट में ट्रांसफर कर देगा। इस पर मामला संदिग्ध लगने पर पड़ताल की तो पता चला, जिस खाते में अस्सी हजार रुपये जमा कराए गए थे वह एचडीएफसी बैंक भोपाल के विष्णु शर्मा के नाम से था। बाद में उन सभी के फोन नंबर बंद आने लगे। इधर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
हिंदुस्तान में बैठकर बना रहे विदेशी आइडी
साइबर क्राइम करने वालों ने लोगों की जेब में डाका मारने के लिए नया तरीका अख्तियार कर लिया है। वे अब फेसबुक पर विदेशी युवती के नाम पर फेक आईडी बनाते हैं और फिर उसके सहारे लोगों से दोस्ती करते हैं। फिर इतने भरोसे और चालाकी से उन्हें अपने झांसे में लेकर ठगते हैं कि लोगों को पता ही नहीं चल पाता है। यदि उनकी आईडी और को ठीक से देखा जाए तो फेक और असली का अंतर आसानी से समझा जा सकता है। उनकी फेंंड लिस्ट और पोस्ट सब कुछ बयां कर देते हैं।
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