सब कुछ खुल गया हाट बाजार क्यों नहीं? गुस्साए पार्षदों ने शनिवार बाजार में दिया धरना
लॉकडाउन के बाद से तमाम व्यवसाय फिर से शुरू हो गए हैं। मॉल सिनेमा हॉल ट्रांसपोर्ट यात्रा रेल आदि सेवा सुचारू हो चुकी हैं। दो नवंबर से शिक्षण संस्थानों को भी खोलने की शुरुआत होने जा रही है। वहीं हाट बाजारों को अभी तक खोलने की इजाजत नहीं मिली है।
हल्द्वानी, जेएनएन : लॉकडाउन के बाद से तमाम व्यवसाय फिर से शुरू हो गए हैं। मॉल, सिनेमा हॉल, ट्रांसपोर्ट, यात्रा रेल आदि सेवा सुचारू हो चुकी हैं। दो नवंबर से शिक्षण संस्थानों को भी खोलने की शुरुआत होने जा रही है। वहीं, हाट बाजारों को अभी तक खोलने की इजाजत नहीं मिली है।
छोटे कामगारों के लिए आजीविका का एकमात्र साधन होने वाले हाट बाजार के बंद होने से इस कारोबार से जुड़े परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट बढ़ता जा रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधि हाट बाजारों को खोलने की मांग को लेकर पिछले दो माह से आवाज उठाते आ रहे हैं, मगर प्रशासन ने अभी तक इसकी अनुमति नहीं दी है। मंगलवार को इससे गुस्साए पार्षदों ने शनिवार बाजार में धरना देकर विरोध जताया पार्षदों ने कहा कि प्रशासन को छोटे कामगारों की रोजी-रोटी की चिंता बिल्कुल नहीं है। हाट बाजार से जुड़े कारोबारी सात माह से बेरोजगार हैं। त्योहारी सीजन से कारोबारियों को बड़ी उम्मीद होती है। नवरात्र चुका है। दिवाली नजदीक है, लिहाजा आठवां चारों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
पार्षदों ने कहा कि प्रशासन को हार्ड बाजार खोलने के लिए नियमावली बनानी चाहिए, ताकि व्यापारी नियमों का पालन करते हुए अपना कारोबार शुरू कर सकें। प्रशासन हाट बाजारों को खोलने की अनुमति नहीं देता तो उसके विरोध में अनशन शुरू किया जाएगा। इस दौरान पार्षद जाकिर हुसैन, रूमी वारसी, महेश चंद्र, रईस वारसी गुड्डू, धर्मवीर डेविड, रोहित कुमार, ध्रुव कश्यप, तौफीक अहमद, मुबारक हुसैन आदि मौजूद रहे।