कोरोना ने चाय बागान भवाली को लाखों की चपत लगाई, फिर पहुंचने शुरू हुए पर्यटक
छूट मिलते हो श्यामखेत में स्थित चाय बागान में सैलानियों की तादाद बढ़ने लगी है। आए दिन करीब 50 से 70 पर्यटक यहां पहुंच कर बागान की खूबसमरत वादियों का लुत्फ उठा रहे हैं। वही पर्यटकों के पहुंचने से बागान के टिकट से होने वाली भी बुहतर हुई है।
भवाली, जेएनएन : कोरोना गाइडलाइन में छूट मिलते हो श्यामखेत में स्थित चाय बागान में सैलानियों की तादाद बढ़ने लगी है। आए दिन करीब 50 से 70 पर्यटक यहां पहुंच कर बागान की खूबसमरत वादियों का लुत्फ उठा रहे हैं। वही पर्यटकों के पहुंचने से बागान के टिकट से होने वाली भी बुहतर हुई है। उधर बागान में चाय की प्रोसेसिंग का कार्य भी जारी है।
श्यामखेत में स्थित चाय बागान में पर्यटन सीजन में हजारों व ऑफ सीजन में सैकड़ों सैलानी पहुंचते रहे हैं। पिछले वर्ष एक लाख आठ हजार पर्यटक बागान पहुँचे थे। बागान में प्रति व्यक्ति 20 रुपए टिकट लिया जाता है। इस हिसाब से गत वर्ष बागान को करीब 20 लाख की आय हुई थी। वहीं बागान में प्रत्येक वर्ष 15000 किलो चाय का उत्पादन होता है। जिससे करीब 30 लाख की आय होती है। लेकिन इस वर्ष कोरोना के कारण यह चार लाख में ही सिमट कर रह गई। इस वर्ष मुख्य सीजन के समय कोरोना महामारी के कारण हुए लाकडाउन से पर्यटकों की संख्या शून्य होने से बागान की आय काफी प्रभावित हुई। वहीं बागान में उत्पादित चाय भी निर्यात नहीं हो सकी।
अब कोरोना की गाइडलाइन के तहत रियायत मिलते ही धीरे-धीरे बागान में पर्यटकों की तागात बढ़ने लगी है। आए दिन 50 से 70 पर्यटक बागान में पहुंच कर बागान की सुंदर वादियों का लुत्फ उठा रहे हैं। वहीं बागान कर्मियों ने भी पर्यटकों के लिए टिकट काउंटर खोल दिए हैं। जिससे धीरे-धीरे बागान की आय भी बढ़ रही है। इस वर्ष जनवरी में 6021, फरवरी में 4195, मार्च में 2856 व लाकडाउन के बाद अगस्त में 384, सितंबर में 721 पर्यटक पहुंचे। कुल 14182 पर्यटक पहुचे हैं। जो पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी कम हैं। लेकिन धीरे-धीरे पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।