Coronavirus : एसटीएच ने जिस मरीज को फरार बताया, उसकी लाश अस्पताल में पड़ी थी
एसटीएच में मरीजों का भागना आम है लेकिन पहली बार कोरोना संक्रमित मरीज भी भाग गया है। संक्रमण फैलने की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासन व पुलिस में भी खलबली मची हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : एसटीएच में कोविड वार्ड से लापता हुए मरीज का शव गुरुवार को संदिग्ध हालत में प्रथम तल के शौचालय में मिल गया। अस्पताल प्रशासन इसे फरार मान रहा था। अब एसटीएच के अंदर से ही शव मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। मृतक के परिजनों ने इसके लिए अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। पोस्टमार्टम के बाद परिजन बॉडी लेकर रामनगर रवाना हो गए। वहीं, इस घटना से एसटीएच पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
रामनगर के मोहल्ला गुलरघट्टी निवासी 58 वर्षीय रईस अहमद एक जुलाई से सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती था। जांच रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि होने पर सी वार्ड में उसका उपचार चल रहा था। बुधवार सुबह जब अस्पताल का स्टाफ चादर बदलने पहुंचा तो वह अचानक लापता हो गया। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना मेडिकल चौकी पुलिस को दी। कोरोना संक्रमित व्यक्ति के लापता होने से सबके होश उड़ गए। अस्पताल के अंदर से लेकर रामनगर और बनभूलपुरा में भी खोजबीन की गई। बनभूलपुरा में मृतक के रिश्तेदार रहते हैं। साथ ही एसटीएच के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला गया। मगर कोई सुराग नहीं लगा।
इधर, गुरुवार सुबह फिर से पुलिस बुजुर्ग की तलाश में जुट गई। करीब 12 बजे वह प्रथम तल के शौचालय में मृत पाया गया। सूचना पर सीओ शांतनु पराशर, कोतवाल संजय कुमार, एसएसआइ कश्मीर सिंह भी एसटीएच पहुंच गए। जिसके बाद शव को शौचालय से निकाल सील कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। वहीं, मृतक के बेटे सरफराज ने लापता पिता की लाश मिलने के बाद अस्पताल प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।