इस गांव के किसान ने उगाया साढ़े छह फीट ऊंचा धनिया, गिनीज बुक में दर्ज कराने की तैयारी
उत्तराखंड समेत पूरा देश इस वक्त वैश्विक महामारी कोरोना से जंग लड़ रहा है लेकिन कुछ जीवट लोग बागवानी को संवारते हुए कोरोना से लोहा ले रहे हैं।
द्वाराहाट, जगत सिंह रौतेला: उत्तराखंड समेत पूरा देश इस वक्त वैश्विक महामारी कोरोना से जंग लड़ रहा। वहीं महासंकट के इस दौर में कुछ हौसले वाले भी हैं, जो प्रतिस्पद्र्धा के मसाले से बागवानी को विख्यात कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि सावधानी बरतकर बागवानी से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। कोरोना को ऐसे ही हराया भी जा सकता है। विकासखंड के कफड़ा गांव निवासी केशव कबड्वाल भी उनमें शामिल हैं। ताड़ीखेत ब्लॉक के बिल्लेख गांव में एप्पलमैन के 6.11 फीट ऊंचे धनिया के पौधों की खबर पढ़ने के बाद उनमें प्रतिस्पद्र्धा के बीज अंकुरित हुए। इसी का नतीजा रहा कि अपने खेतों में उगे धनिया के पौधों को उन्होंने जैविक खाद व नियमित पानी दे बढ़वार पर ध्यान देना शुरू किया तो इनकी ऊंचाई रिकार्ड 6.5 फीट तक पहुंच गई।
दस वर्ग मीटर क्षेत्र में लहलहा रही फसल
व्यवसायी होकर भी खेती में मन लगा रहे केशव की मेहनत से उत्साहित जिला उद्यान अधिकारी त्रिलोकी नाथ पांडेय ने अपनी टीम कफड़ा भेजी। 10 वर्ग मीटर क्षेत्र में धनिया के पौधों की ऊंचाई मापी, जो छह से 6.5 फीट के हो गए हैं। सहायक उद्यान अधिकारी हरिराम आर्या ने कहा, धनिया की पंत हरिपिमा प्रजाति के पौधों में फूल व दाने आने लगे हैं। नमूने जिला मुख्यालय भेज दिए हैं।
किसान को करेंगे पुरस्कृत
लॉकडाउन में किसानों को प्रेरित करती खबरों का ही नतीजा है कि कृषक बंधु एक दूसरे से प्रतिस्पद्र्धा कर प्रोत्साहित हो रहे। बिल्लेख में एप्पलमैन गोपाल उप्रेती के धनिया के पौधों की ऊंचाई 7.25 फुट हो चुकी है। गिनीज बुक के लिए 7.50 फुट तक बढ़ने का इंतजार है। कफड़ा में 6.50 फुट ऊंचा धनिया उगाने वाले केशव को आत्मा परियोजना से पुरस्कृत कराने की सिफारिश करेंगे। शहरफाटक में कुछ किसानों के पौधे भी छह फुट तक हो गए हैं। - त्रिलोकीनाथ पांडेय, जिला उद्यान अधिकारी
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