सहकारी बैंक कर्मचारियों की कार खाई में गिरी, दो की मौत NAINITAL NEWS
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर गंगरकोट (सुयालबाड़ी) में बेकाबू कार खाई में जा गिरी। करीब 200 मीटर गहरे में कोसी नदी के किनारे टकराने से दो लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
रानीखेत, जेएनएन : अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर गंगरकोट (सुयालबाड़ी) में बेकाबू कार खाई में जा गिरी। करीब 200 मीटर गहरे में कोसी नदी के किनारे टकराने से दो लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अन्य दो गंभीर रूप से घायल हो गए। कार सवार सहकारी बैंक की हल्द्वानी शाखा के कर्मचारी थे। घायलों को सीएचसी गरमपानी में प्राथमिक उपचार के बाद हल्द्वानी रेफर कर दिया गया है।
हल्द्वानी स्थित राज्य सहकारी बैंक में कार्यरत चार कर्मचारी शनिवार की सुबह हल्द्वानी से कार यूके 04 एबी 1598 से जागेश्वर धाम के लिए रवाना हुए। गंगरकोट (सुयालबाडी़) के समीप वाहन चला रहे संजय मेहरा निवासी लोहाघाट वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। नतीजतन कार क्रश बैरियर को तोड़ते हुए करीब 200 मीटर नीचे कोसी नदी की ओर जा गिरी सूचना पर आपातकालीन 108, खैरना चौकी व एसडीआरएफ का बचाव दल मौके पर पहुंचे। मूसलधार बारिश के बीच खाई में उतर रेस्क्यू अभियान शुरु किया गया। हल्द्वानी निवासी श्याम पाल व अंकित दानू निवासी पिथौरागढ़ ने दम तोड़ दिया, जबकि वाहन में सवार अन्य कर्मचारी दिनेश पांडे निवासी कठघरिया तथा चालक संजय मेहरा को गंभीर हालत में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
एक झटके में टूटा साथ और थम गया जिंदगी का सफर
सहकारी बैंक की हल्द्वानी शाखा में कार्यरत चारों कर्मचारी बहुत दिनों से पहाड़ की सैर व मंदिरों में घूमने की योजना बना रहे थे। इस दरमियान कभी हां कभी ना के बीच असमंजस पैदा हुआ। शाखा प्रबंधक हरीश पांडे के अनुसार उन्हें भी जागेश्वर जाना था। मगर धारानौला (अल्मोड़ा) स्थित उनकी ससुराल में ससुर का पीपलपानी था। इसीलिए वह नहीं गए। कार्यक्रम आठ दिन से यूं ही लटके जा रहा था। यह भी बताया कि पहले चतुर्थ कर्मी दिनेश पांडे तैयार नहीं था। लिपिक संजय मेहरा व अंकित दानू तथा चतुर्थ कर्मी श्याम पाल ने मन बना लिया तो दिनेश भी राजी हो गया। मगर उन्हें जरा भी अहसास न था कि एक ही झटके में उनका साथ छूटने वाला है।
चीखपुकार फिर खाई में दो खामोश
गाड़ी चला रहे घायल संजय मेहरा ने बताया कि कब कार सड़क किनारे लगे क्रश बैरियर की ओर बढ़ी, टकराई और बैरियर तोड़ गहरी खाई में पलटती चली गई पता ही नहीं लगा। बस चीखें निकली। खाई में कार के गिरते ही भयंकर आवाज के बाद डरावना सन्नाटा पसर गया। साथी लिपिक अंकित व चतुर्थ कर्मी श्यामपाल खामोश हो चुके थे।
बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठा
चतुर्थ कर्मी श्यामपाल की पत्नी का सात वर्ष निधन हो चुका। उसकी दो बेटियों व एक पुत्र के सिर अब पिता का साया भी उठ गया।
एक घंटा तलाश, दो घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
हाईवे पर हादसे की खबर तो आग की तरह फैली, मगर दुर्घटना स्थल का ठीक से पता नहीं लगा। खाई में तड़प रहे घायल दिनेश पांडे ने सुबह आठ बजे आपातकालीन 108 सेवा को अपने ही मोबाइल से फोन कर सूचना दी। प्रशासन व पुलिस को भी खबर लगी। खैरना चौकी व एसडीआरएफ अल्मोड़ा का बचाव दल तथा 108 सेवा के कर्मी सुयालबाड़ी से क्वारब पुल तक यहां वहां उस स्थान की तलाश में करीब घंटेभर तक भटकते रहे, जहां से कार खाई में गिरी थी। काफी देर में हाईवे किनारे क्रश बैरियर खाई की ओर उखड़ कर लटका पड़ा दिखा। मगर वाहन के लगभग 200 मीटर नीचे कोसी किनारे तक पहुंचने का अंदाजा कोई न लगा सका। अचानक 108 सेवा के चालक नरेंद्र कुमार की नजर उस तरफ पड़ी तो सुयालबाड़ी, गंगरकोट व नैनीपुल गांव के बाशिंदे बचाव दल के साथ खाई की ओर रास्ता बना उतरे।
रुद्रपुर के व्यापारी ने दी जीप
रुद्रपुरवासी व्यवसायी सतेंदर सिंह ने बचाव दल को अपनी जीप सौंप दी। उसके वाहन से घायलों को सीएचसी पहुंचाया गया।
एसडीएम व सीओ भी पहुंचे
एसडीएम गौरव चटवाल, सीओ आरएस नबियाल ने तहसीलदार कृष्ण कुमार, चौकी प्रभारी आशा बिष्ट, एसएसआइ अमित कुमार, एसआइसी एसडीआरएफ कुलदीप पांडे, जीवन मेहरा, नरेंद्र सिंह बिष्ट, पूरननाथ गोस्वामी, आनंद राणा, दीप सती, कमल सिंह, प्रेम सिंह, गौरीशंकर, हरपाल सिंह के साथ दुर्घटना स्थल का मुआयना किया।
देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे
सड़क हादसे में मृत दोनों बैंक कर्मियों के शव देर शाम हल्द्वानी के राजकीय मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में आए गए। प्रशासन के आदेश पर शाम को ही पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव परिजनों को सौंप दिए गए। वहीं दोनों घायलों को हल्द्वानी के कृष्णा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह भी पढ़ें : टाटा सफारी की टक्कर से दो लोगों की मौत, पहाड़ी से पत्थर गिरने से बस पलटी
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप