काम दिलाने के नाम पर ठेकेदार ने बच्चों को बेंग्लुरु ले जाकर बंधक बनाया NAINITAL CRIME
काम दिलाने के बहाने एक ठेकदार पांच बच्चों को बेंग्लुरु ले जाकर बंधक बनाने का मामला प्रकाश में आया है।
सितारगंज (ऊधमसिंह नगर), जेएनएन : काम दिलाने के बहाने एक ठेकदार पांच बच्चों को बेंग्लुरु ले जाकर बंधक बनाने का मामला प्रकाश में आया है। परिजनों का आरोप है कि ठेकेदार बच्चो का बंधक बनाने के बाद मारपीट कर शारीरिक यातनाएं दे रहा है। चार दिन से कोतवाली के चक्कर काट रहे परिजन पुलिस अधिकारियों से बच्चो को छुड़ाने की गुहार लगा रहे हैं।
नहरपार की रहने वाली लज्जावती, प्रीती, पवित्रा, माया व राम सिंह ने पुलिस को दी तहरीर मेें बताया कि वह सब गरीब परिवार के हैं। मेहनत मजदूरी करके परिवार का पेट पालते है। परिवार के बच्चे काम की तलाश में थे। आरोप है कि वार्ड छह मे रहने वाला एक ठेकेदार पंद्रह दिन पहले पांच बच्चों को जिनमें अंकित पुत्र नंदा कार्की, बंटी पुत्र राम दास, नरेश पुत्र पप्पू, अंकित पुत्र अमन मंडल व शिवा पुत्र राम सिंह शामिल हैं। इन बच्चों को अच्छा काम देने का लालच देकर शहर से बाहर बेंग्लुरु ले गया है। जहां पर ठेकेदार ने सभी बच्चों को बंधक बना लिया है। आरोप है कि बंधक बनाने के बाद ठेकेदार बच्चो को न खाना दे रहा है और न ही घर आने दे रहा है। परिजनों ने बताया कि बच्चो ने फोन से सूचना दी कि उन्हे खूब मारा पीटा जा रहा है और बंधक बनाया गया है। सूचना जब उन लोगों ने पुलिस को दी, तो ठेकदार बच्चों को और यातनाएं देने लगा है। परिजनों का आरोप है कि ठेकेदार बच्चों को बेचने की फिराक में है।
इस मामले मेे कोतवाल सुधीर कुमार ने बताया कि ठेकेदार से फोन से संपर्क किया गया है। उसने बच्चों को ट्रेन से वापस भेजने को कहा है। उन्होंने बताया कि बच्चों के आने के बाद पूछताछ की जाएगी। उसके बाद उचित कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि बच्चो की उम्र पंद्रह से सोलह वर्ष के बीच बताई गई है।