रानीबाग में एचएमटी के पास डबल लेन पुल का निर्माण शुरू, जाम से मिलेगी राहत
भीमताल विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत रानीबाग में एचएमटी के पास बने पुल के समीप से एक 60 मीटर स्पान का डबल लेन पुल निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर खुशी जताई है।
भीमताल, जेएनएन : भीमताल विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत रानीबाग में एचएमटी के पास बने पुल के समीप से एक 60 मीटर स्पान का डबल लेन पुल निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर खुशी जताई है। पुल की चौड़ाई कम होने के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग जाती थी। इसे देखते हुए विधायक राम सिंह कैड़ा ने सीएम व केंद्र सरकार से यहां पुल के निर्माण की मांग की थी। पुल के निर्माण के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 745.07 लाख की स्वीकृति प्रदान की।
सीएम का ट्वीट
मुझे खुशी है कि कुमाऊं क्षेत्र की एक बड़ी मांग रानीबाग स्टील ग्रेडर टू लेन पुल पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यह पुल संपूर्ण कुमाऊं मंडल को जोड़ता है। इसके बनने से न केवल सफर आसान बनेगा बल्कि लोंगों को रानीबाग और भीमताल के आसपास लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी
तीन माह से की जा रही थी मांग
विधायक राम सिंह कैड़ा ने कहा कि पुल निर्माण की मांग तीन वर्ष पूर्व से की जा रही थी। पर्वतीय क्षेत्र के फल उत्पादकों हानि उठानी पड़ती थी। जहां उनका प्रयास होता था कि ताजे फल मंडी पहुंचाए जाए। वहीं यातायात जाम के कारण फल खराब हो जाते थे और उनकी कीमत भी मंडी में कम मिलती थी।
आठ घंटे जाम में फंस गए अधिकारी, तब लिया सुध
इस पुल निर्माण की पटकथा वर्ष 2020 से पूर्व तीन साल पहले उस समय बनी जब जून माह में इस स्थान पर लगभग आठ घंटा लंबा जाम लग गया। पर्वतीय क्षेत्रों से आने वाले फलों से लदे ट्रक और वाहन इस जाम में फंस गये। कई यात्रियों की बसें और ट्रेन तक छूट गई। इतना ही नहीं जून माह में यातायात जाम के चलते लगभग दस किमी लंबा जाम लग गया। यह जाम जहां भीमताल रानीबाग मोटर मार्ग में लगा वहीं यही जाम रानीबाग से हल्द्वानी और हल्द्वानी से नैनीताल मोटर मार्ग में ज्योलीकोट तक लगा था। इस जाम में कई वीआईपी फंस गये। विधायक समेत पुलिस अधिकारी आईएएस को भी अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने के लिये आठ घंटे इंतजार करना पड़ा था। मरीजों को लेकर पर्वतीय क्षेत्रों से मैदानी क्षेत्रों को आ रही एंबुलेंस तक जाम में फंसी रही। इस मोटर मार्ग निर्माण की मांग तब से जहां मैदानी क्षेत्र की जनता कर रही थी वहीं पर्वतीय क्षेत्र की जनता को भी इस पुल निर्माण का इंतजार था।