नैनीताल सीट : बेचैन हो रहे दावेदारों के समर्थक, पार्टी कार्यालयों में चल रहा सियासी गुणाभाग
लोकतंत्र के चुनावी उत्सव में सराबोर होने के लिए हर कोई तैयार है लेकिन इस समय संभावित दावेदारों के समर्थक बेचैन हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : लोकतंत्र के चुनावी उत्सव में सराबोर होने के लिए हर कोई तैयार है, लेकिन इस समय संभावित दावेदारों के समर्थक बेचैन हैं। जैसे-जैसे टिकट घोषित होने की तिथि पास आ रही है, दावेदारों की धड़कन भी तेज होने लगी है। पार्टी कार्यालय हो या फिर कोई आयोजन, हर जगह एक ही चर्चा है कि आखिर टिकट का यह इंतजार कब तक।
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर भाजपा व कांग्रेस के बीच ही सीधा मुकाबला है। बसपा व कुछ अन्य क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशी भी जरूर चुनावी अखाड़े में उतरेंगे, लेकिन इनमें टिकट को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं है। असमंजस भाजपा व कांग्रेस के दावेदारों व उनके समर्थकों में है, जो अपने नेता को टिकट मिलने का ख्वाब देख रहे हैं। तरह-तरह के सियासी आंकलन और गुणा-भाग किए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों ने अपने-अपने स्तर से सर्वे कराने के बाद टिकट तय कर दिए हैं, लेकिन घोषणा के लिए समय और माहौल देखा जा रहा है। 16 मार्च को देहरादून में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली है। भाजपा भी अपने तरह से समीकरण साधने में जुटी है।
गुरुवार को भाजपा कार्यालय में कुछ कार्यकर्ता पहुंचे। उनके बीच चर्चा तो यही थी कि टिकट जिसे मिलेगा, हमें तो चुनाव लड़ाना है, लेकिन कुछ कार्यकर्ता यानी निर्धारित नेता के पक्के समर्थक अपने नेता की अच्छाइयां गिनाने में भी नहीं चूक रहे थे। यही हाल कांग्रेस कार्यालय का था। वहां पर भी अधिकांश कार्यकर्ताओं की पसंद एक ही नेता है, लेकिन जब कोई दूसरा पूछने लगे तो बात इधर-उधर की करने लगते हैं। दूसरी ओर संभावित दावेदारों की निगाहें भी दिल्ली-देहरादून पर हैं। चुनाव लडऩे की उम्मीद लगाए बैठे ऐसे नेताओं की दिलों की धड़कनें भी बढ़ गई हैं। अब इस इंतजार के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन खुशी-खुशी प्रचार के रंग में रंगेगा?
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