कैलास पर्वत के चरण स्पर्श स्थान पर श्रद्धालु खुद को पाते हैं शिव के चरणों में
कैलास पर्वत का चरण स्पर्श वो स्थान है जहां पहुंचकर कैलास मानसरोवर यात्री खुद को शिव के चरणों में पाता है।
हल्द्वानी, [जेएनएन]: कैलास मानसरोवर यात्रा पर जाने वाला हर यात्री कैलास पर्वत के चरण स्पर्श नामक जगह पर पहुंचने के बाद अपने आपको शिव के चरणों में पाता है। आप अगर अब तक कैलास मानसरोवर की यात्रा नहीं कर पाएं हैं तो हम आपके लिए कैलास पर्वत की ताजातरीन तस्वीरें और वीडियो लाए हैं। जिसके जरिये आप घर बैठे कैलास के दर्शन कर सकते हैं। वह भी उस जगह के जहां तक पहुंचना हर यात्री का सपना होता है।
चरण स्पर्श नामक इस जगह की तस्वीरें और वीडियो हमें मानसरोवर यात्रा 2018 के 15वें दल में शामिल ऊधमसिंहनगर जिले के किच्छा निवासी नरेंद्र सिंह टाकुली ने भेजा है। शनिवार को 15वें दल के यात्री अपनी यात्रा पूरी कर दिल्ली लौट गए। कैलास मानसरोवर की दुर्गम पैदल यात्रा और कई कठिन पड़ावों को पार करने के बाद यात्रियों के लिए सबसे सुखद एहसास होता है कैलास पर्वत के चरण स्पर्श करना।
मानसरोवर यात्रा के दौरान चरण स्पर्श उस जगह को कहा जाता है, जो बिल्कुल कैलास पर्वत की तलहटी में स्थित है। आस्था के पथ पर चलते हुए कैलास तक पहुंचने वाले भक्तों को यहां से भगवान शिव के दर्शन होते हैं। नरेंद्र सिंह बताते हैं कि कैलास मानसरोवर की यात्रा अद्भुत और अलौकिक है। साफ-सुथरा और पवित्र वातावरण मन को आध्यात्मिक शांति से भर देता है। जीवन का यह अनुभव मेरे लिए बेहद शानदार रहा।
उत्तराखंड के लिए यह गर्व की बात है कि प्रतिवर्ष सैकड़ों कैलास यात्री कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों से होते हुए दुर्गम कैलास मानसरोवर तक पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि शिव के प्रति आस्था रखने वाले लोगों के लिए कैलास जैसी कोई जगह नहीं। यहां के कण-कण और वातावरण में शिव की मौजूदगी का एहसास होता है।
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