पत्नी ने भाई और उसके दोस्त से कराई थी चंदन की हत्या, पर अब भी नहीं मिले कई सवालों के जवाब
chandan singh gauniya murder चन्दन सिंह गोनिया की हत्या उसकी पत्नी के कहने पर साले ने दोस्त के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने तीनों हत्या रोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही हत्या में इस्तेमाल पत्थर को भी बरामद कर लिया है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : सनसनीखेज चन्दन सिंह गोनिया हत्याकांड (chandan singh gauniya murder case) का पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर खुलासा कर दिया। चंदन की हत्या उसकी पत्नी के कहने पर साले ने दोस्त के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल पत्थर को बरामद कर लिया है।
छह जून को जंगल में मिला था चंदन का शव
चन्दन सिंह गोनिया, पुत्र शिवराज सिंह निवासी गोनिया गौनियारो पट्टी, पदमपुर, तहसील धारी, नैनीताल का शव छह जून को डुंगरी धार में जंगल से बरामद हुआ था। मामले में स्वजनों ने ससुराल पक्ष पर हत्या का संदेह जताते हुए मुक्तेश्वर थाने में 302 का मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस ने 250 लोगों से की पूछताछ
राजस्व क्षेत्र की घटना होने के कारण डीआईजी और एसएसपी ने हत्याकांड के खुलासे की जिम्मेदारी सीओ भवाली प्रमोद शाह का सौंपी। सीओ ने SIT टीम का गठन कर SOG को भी खुलासे में लगाया। एसओजी और एसआईटी टीम ने कई दिनों तक तक घटनास्थल के पास कैम्प किया। गांव-गांव जाकर 250 से अधिक लोगों से घटना के सम्बन्ध मे पूछताछ की।
आरोपितों ने कई बार बदले अपने बयान
मामले में पुलिस ने 27 जुलाई को मृतक की पत्नी यशवन्ती, साले दिनेश रावत व मृतक की पत्नी के जीजा नरेन्द्र मेवाड़ी का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया। जिसमें आरोपितों ने अपने बयान कई बार बदले। जिसके बाद एसआईटी और एसओजी का शक और गहरा हो गया।
यशवंती ने भाई को हत्या करने के लिए उकसाया
यशवन्ती और चन्दन की शादी को करीब तीन साल हुए थे। दोनों के दाम्पत्य जीवन कुछ ठीक नहीं चल रहा था। यशवन्ती अपने पति चन्दन से मुक्त होना चाहती थी। इसके लिए उसने भाई दिनेश रावत को बहन होने का वास्ता देकर चन्दन को बुलाकर हत्या करने के लिए उकसाया। साथ ही यह चेतावनी भी दी कि तुमने उसे नहीं मारा तो मैं मर जाऊंगी।
मायके आने के दो दिन बाद ही पति काे बुलाया
29 मई 2022 को चन्दन सिंह गोनिया की पत्नी यशवन्ती अपने मायके अमजड़ गई थी। दो दिन बाद ही उसने चंदन को बुलाकर उसकी हत्या की साजिश रची। 31 मई को यशवन्ती ने चन्दन को फोन कर अमजड़ बुलाया। एक जून को साले दिनेश ने चन्दन को फोन कर डुंगरी बैण्ड पर रुक जाने और उसे खुद गाड़ी से लेने आने की बात कही।
पत्थर से सिर कूंचकर जंगल में फेंका शव
एक जून को अमजड़ गांव में पूजा थी तो गांव के अधिकांश लोग पूजा में देवीधुरा गये थे। दिनेश व कमल भी देवीधुरा गये थे। दिनेश ने कमल को अपनी बहन की व्यथा सुनाकर उसे भी वारदात में सहभागी बना लिया। शाम को रामलीला से दिनेश और कमल चुपचाप कमल की गाड़ी डुंगरी बैण्ड पहुंचे। जहां दोनों ने मिलकर चंदन की पत्थर से सिर कूंचकर हत्या कर दी। और शव का जंगल में फेंक दिया।
पुलिस के खुलासे में इन सवालों का नहीं मिला जवाब
- यशवन्ती और चन्दन की शादी को महज तीन साल हुए थे। इस दौरान उनमें दूरियां क्यों बढ़ीं ?
- दूरियां थीं तो यशवन्ती के बुलाने पर ससुराल क्यों आया चंदन ?
- ऐसी कौन सी बात थी जो दोनों के दाम्पत्य जीवन में विवाद का कारण बनी?
- यशवन्ती का भाई दिनेश सिंह रावत जीजा की हत्या के लिए क्यों राजी हो गया?
- कमल सिंह रावत ने हत्या करने में दिनेश का साथ क्यों दिया?
- पुलिस ने जीजा नरेन्द्र मेवाड़ी का पॉलीग्राफ टेस्ट क्यों करवाया गया?
हत्या में शामिल अभियुक्त
- कमल सिंह रावत पुत्र चेत सिंह रावत निवासी ग्राम अमजड़ पट्टी पदमपुर तहसील धारी जिला नैनीताल उम्र 25 वर्ष
- दिनेश सिंह रावत पुत्र चन्दन सिंह रावत निवासी ग्राम अमजड़ पट्टी पदमपुर तहसील धारी जिला नैनीताल उम्र-22 वर्ष
- यशवन्ती देवी पत्नी स्व. चन्दन सिंह गोनिया पुत्री चन्दन सिंह रावत निवासी ग्राम अमजड़ पट्टी पदमपुर तहसील-धारी जिला नैनीताल उम्र 21 वर्ष।
पुलिस टीम को पांच हजार ईनाम
हत्याकांड के खुलासे के लिए एसएसपी ने पुलिस टीम को पांच हजार इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस टीम में महेश जोशी थानाध्यक्ष मुक्तेश्वर, नन्दन सिंह रावत (SOG प्रभारी नैनीताल), विपिन शर्मा, राजेश कुमार, प्रदीप पिलखवाल, चन्द्रशेखर मल्होत्रा, सुमन राणा और त्रिलोक सिंह शामिल रहे।