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छोटे वाहनों के लिए खुला चम्पावत-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, खतरा बरकरार

चम्पावत-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है। हालांकि बड़े वाहनों का संचालन शुरू होने में अभी कुछ और वक्त लग सकता है। अभी भी स्वाला और धौन के बीच रुक-रुक कर पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 10:02 AM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 01:08 PM (IST)
छोटे वाहनों के लिए खुला चम्पावत-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, खतरा बरकरार
छोटे वाहनों के लिए खुला चम्पावत-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, खतरा बरकरार

चम्पावत, जागरण संवाददाता : दो दिनों तक हुई भीषण बारिश के बाद एक सप्ताह से अधिक समय से बंद चम्पावत-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है। हालांकि बड़े वाहनों का संचालन शुरू होने में अभी कुछ और वक्त लग सकता है। अभी भी स्वाला और धौन के बीच रुक-रुक कर पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है। इससे मार्ग फिर से बंद होने की आशंका बनी हुई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षा का ख्याल रखते हुए यात्रा करें। अमोड़ी में धंसी रोड को ठीक करने का भी प्रयास शुरू कर दिया गया है।

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टनकपुर से स्वाला तक वाहनों का आवागमन शुरू होने के बाद सड़क पर वाहनों की कतार लगनी शुरू हो गई है। हाईवे पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। बड़े वाहनों के लिए सड़क खुलते ही स्थिति सामान्य हो जाएगी। एनएच के ईई विवेक सक्सेना ने बताया कि स्वाला और धौन के बीच मलबा और पत्थर गिर रहे हैं। ऐसे में हाईवे पर आवागमन जोखिम भरा है। मंगलवार की सुबह सात बजे से छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है, लेकिन बड़े वाहनों के लिए रोड दुरूस्त नहीं हो पाई है। देर शाम तक बड़े वाहन भी चलने शुरू हो जाएंगे।

बीते शनिवार की शाम चम्पावत से पिथौरागढ़ तक मलबा हटाकर रोड को आवागमन के लिए सुचारु कर दिया गया था, लेकिन चम्पावत से टनकपुर के बीच चल्थी में पहाड़ काटकर वैकल्पिक सड़क बनाने का काम पूरा नहीं हुआ था, जिसके चलते हाईवे पूरी तरह सुचारु नहीं हो पाया है। एनएच खुलने से चम्पावत और लोहाघाट में पेट्रेाल डीजल के साथ ही अन्य जरूरी सामनों की आपूर्ति सुचारु हो सकेगी। एनएच खोलने में संबंधित एजेंसियों द्वारा दिखाई जा रही तत्परता से शीघ्र इस समस्या का समाधान होने की उम्मीद जगी है।

मुनस्यारी मार्ग बंद, यात्रियों ने बिर्थी में गुजारी रात

थल-मुनस्यारी मार्ग पर रविवार की सायं बिर्थी, गिरगांव के निकट ट्रक फंस जाने से हल्द्वानी सहित अन्य स्थानों से मुनस्यारी आ रहे यात्रियों को बिर्थी में रात गुजारनी पड़ी। माल से लदे ट्रक को जेसीबी से निकालने का प्रयास किया गया परंतु ट्रक नहीं निकल सका। सायं को मुनस्यारी से अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और थल से मुनस्यारी को जा रहे वाहन फंस गए। इनमें लगभग दो दर्जन सवारियां थीं। डीएम डा. आशीष चौहान ने फंसे यात्रियों को लोनिवि विश्राम गृह बिर्थी और केएमवीएन के पर्यटक आवास गृह में ठहराया। सोमवार सुबह पोकलैंड मशीन से ट्रक निकाला गया तब जाकर मुनस्यारी मार्ग पर आवाजाही प्रारंभ हुई।


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