Move to Jagran APP

व्यवसायियों व जल संस्थान के बीच तनातनी खत्म ! आधी रकम का ही करना होगा भुगतान

जल संस्थान ने साफ कर दिया है कि जनवरी से मार्च तक व्यावसायिक संयोजनों का भेजे गए बिल में से फिलहाल 50 फीसद का ही भुगतान व्यवसायियों को करना होगा।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 12:38 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 12:38 PM (IST)
व्यवसायियों व जल संस्थान के बीच तनातनी खत्म ! आधी रकम का ही करना होगा भुगतान
व्यवसायियों व जल संस्थान के बीच तनातनी खत्म ! आधी रकम का ही करना होगा भुगतान

नैनीताल, जेएनएन : पानी के बिलों को लेकर व्यवसायियों व जल संस्थान के बीच तनातनी खत्म होती नजर आ रही है। जल संस्थान ने साफ कर दिया है कि जनवरी से मार्च तक व्यावसायिक संयोजनों का भेजे गए बिल में से फिलहाल 50 फीसद का ही भुगतान व्यवसायियों को करना होगा। उसके बाद यदि मीटर रीडिंग में बिल बकाया रहेगा तो वसूला जाएगा। अधिक होने पर उसे अगले बिलों में जोड़ दिया जाएगा। वहीं व्यववसायियों ने शहर में एडीबी का नया दफ्तर किसी भी हाल में नहीं खुलने देने का एलान किया है।

loksabha election banner

मंगलवार को माल रोड इंडिया होटल में जल संस्थान के जीएम धीरज कुमार मिश्रा व अधिशासी अभियंता संतोष उपाध्याय के साथ होटल समेत अन्य संगठनों से जुड़े व्यवसायियों ने बैठक की और कहा कि एडीबी की लाइनें जोडऩे के बाद शहर में पानी को लेकर त्राहि-त्राहि मची है। एक स्वर से पानी सप्लाई बढ़ाने की मांग की गई। कहा कि एक ओर जल संस्थान द्वारा पानी की सप्लाई की मात्रा 16 एमएलडी से घटाकर सात-आठ एमएलडी कर दी गई है, दूसरी ओर बिल पुराने हिसाब से भेजे जा रहे हैं। व्यवसायियों ने जल संस्थान पर एडीबी के साथ मिलीभगत कर उपभोक्ताओं को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। वार्ता में जीएम ने भरोसा दिया कि फिलहाल 50 फीसद बिल ही वसूला जाएगा। इस दौरान होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश साह, व्यापार मंडल मल्लीताल के अध्यक्ष किशन नेगी, तल्लीताल के अध्यक्ष भुवन लाल साह, आलोक साह, राजेश साह, वेद साह, हारून खान पम्मी, देवेंद्र कुमार, दिग्विजय बिष्टï, महेंद्र बिष्टï समेत पब्लिक स्कूलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

नालों का पानी झील तक पहुंचाने को होगा सर्वे

हाई कोर्ट के आदेश के अनुपालन में शहर के नालों का पानी हर हाल में झील तक पहुंचाने को लेकर कवायद शुरू हो चुकी है। मंगलवार को महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर ने अपने कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें बारिश के पानी को नालों से झील तक पहुंचाने व शहर की सड़कों की दशा सुधारने को लेकर कमेटी का गठन करते हुए सर्वे करने का निर्णय लिया गया। कमेटी में जल संस्थान, जल निगम, लोनिवि, सिंचाई विभाग, जिला विकास प्राधिकरण के अधिकारी शामिल होंगे। कमेटी बुधवार से ही सर्वे करेगी। जल संस्थान के ईई संतोष उपाध्याय ने बताया कि शहर के 1093 घरों का सर्वे किया गया, जिसमें पाया गया कि 291 घरों के छतों का पानी निकालने के लिए उसे सीवर लाइन से जोड़ा गया था, इन कनेक्शनों को काट दिया गया है। बैठक में जल संस्थान के जीएम, लोनिवि, सिंचाई के मुख्य अभियंता व अन्य अधिकारी मौजूद थे।

यह भी पढ़ें : शेर सिंह की राजनीतिक चेतना को बना दिया था मजाक, आज भी भुगत रहा वनराजि समाज

यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट में पांच अहम याचिकाओं पर हुई सुनवाई, जानिए कौन से हैं मामले, किस पर कोर्ट सख्‍त


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.