हरदा और इंदिरा के ऊपर गिरा जलता पुतला, भीड़ में फंसी सरिता आर्य NAINITAL NEWS
कांग्रेस नेताओं के पुतला फूंकना भी महंगा पड़ जा रहा है। पिछले सप्ताह पुतला फूंकते समय मारपीट हो गई थी लेकिन शनिवार को धू-धू कर जल रहा पुतला कांग्रेस नेताओं के ऊपर ही गिर गया।
हल्द्वानी, जेएनएन : कांग्रेस नेताओं के पुतला फूंकना भी महंगा पड़ जा रहा है। पिछले सप्ताह पुतला फूंकते समय मारपीट हो गई थी, लेकिन शनिवार को धू-धू कर जल रहा पुतला कांग्रेस नेताओं के ऊपर ही गिर गया। इससे भगदड़ मच गई। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को सोनभद्र नहीं जाने देने और उन्हें गिरफ्तार किए जाने के विरोध में प्रदर्शन करने और पुतला फूंकने के लिए बुद्ध पार्क में आयोजन हुआ। नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश, पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व विधायक सरिता आर्य, राष्ट्रीय सचिव मंजू तिवारी समेत तमाम वरिष्ठ नेता भी शामिल थे। यूपी सरकार के खिलाफ भड़ास निकालते हुए हरीश रावत ने यूपी के योगी सरकार के पुतले में पेट्रोल डाला और महानगर अध्यक्ष राहुल छिमवाल ने आग लगाई।
पुतला धू-धू कर जलने लगा और नेता कुछ समझ पाते जलता पुतला हरदा, इंदिरा व सरिता की तरफ गिर गया। लपटें से बचने की कोशिश कर रहे इंदिरा व हरदा को उनके सुरक्षाकर्मियों ने किनारे कर लिया, लेकिन सरिता आर्य वहीं पर फंस गई। इसके चलते कुछ देर तो भगदड़ मच गई। ऐसे में चर्चा होने लगी कि कांग्रेस जब भी पुतला फूंकती है, कुछ न कुछ बवाल हो ही जाता है। पिछले सप्ताह भी कांग्रेस की ओर से राज्य सरकार का पुतला फूंका जा रहा था, लेकिन आग किसी और द्वारा लगाए जाने पर महानगर अध्यक्ष ने उसे थप्पड़ जड़ दिए थे।
मनमानी पर उतर आई योगी सरकार
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जिस तरह राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा को गिरफ्तार किया। इससे कांग्रेस में आक्रोश है। पूर्व सीएम ने कहा कि यूपी सरकार का रवैया लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। इस तरह के रवैये की कड़ी भत्र्सना की जाती है। किसी भी सरकार को मनमानी की आजादी नहीं होती है। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने यूपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पूर्व मंत्री हरीश दुर्गापाल ने कहा कि योगी सरकार हिटलरशाही पर उतर आई है। इस दौरान पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, नारायण पाल, हेमंत बगडवाल, पूर्व दर्जा मंत्री सुहेल सिद्दीकी, दीप पाठक, इकबाल भारती, हुकुम सिंह कुंवर, हेमंत बोरा, भोला दत्त भट्ट, बीना जोशी, शेखर जोशी, किरन डालाकोटी, भगवती बिष्ट, नरेश अग्रवाल, सुरेंद्र बर्गली, तारा दत्त पांडे, नरेंद्र सजवाण आदि शामिल रहे।