कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में डंप बाघ समेत अनेक वन्य जीवों की खाल व हड्डियों को जलाया गया
बीते कई सालों से कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के मालखाने में डंप बाघ समेत अन्य वन्यजीवों की खाल व हड्डियों को निदेशक द्वारा गठित कमेटी की निगरानी में शुक्रवार को जलाकर नष्ट कर दिया गया।
रामनगर, जेएनएन : बीते कई सालों से कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के मालखाने में डंप बाघ समेत अनेक वन्य जीवों की खाल व हड्डियों को निदेशक द्वारा गठित कमेटी की निगरानी में शुक्रवार को जलाकर नष्ट कर दिया गया। यह कार्रवाई मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के निर्देशों पर की गई। बीते करीब 17 साल से भी अधिक समय से कॉर्बेट में मृत मिले बाघ, गुलदार, साभर, चीतल व भालू समेत कई वन्य जीवों की खाल, दात, हड्डी व नाखून आदि यहां सीटीआर के मालखाने में रखे गए थे। इनमें से कई खाल शिकारियों से बरामद की गई थी।
कोर्ट में चल रहे मामलों का निस्तारण होने के बाद इन्हें नष्ट करने में दिक्कत आ रही थी। कॉर्बेट के रेजर संजय पाडे व शोध लिपिक प्रमोद सत्यवली द्वारा इनके निस्तारण के लिए मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक कार्यालय को पत्राचार किए जा रहे थे। हाल ही वहां से आदेश के बाद इन्हें नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू हुई। सीटीआर के निदेशक राहुल के निर्देश पर इनके निस्तारण के लिए स्थानीय स्तर पर आठ सदस्यीय कमेटी गठित की गई।
शुक्रवार को जरूरी औपचारिकताके बाद वन्य जीवों की खाल व अन्य अंगों को जलाकर नष्ट कर दिया गया। इस दौरान विधायक दीवान सिंह बिष्ट, पालिकाध्यक्ष मो. अकरम, डीएफओ चंद्रशेखर जोशी, सीटीआर की उपनिदेशक कल्याणी, कालागढ़ रिजर्व के डीएफओ अखिलेश त्रिपाठी, एसडीओ आरके तिवारी, रेजर राजकुमार, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के सदस्य मिराज आदि मौजूद रहे।
यह अंग किए गए नष्ट
बाघ, गुलदार, लेपर्ट केट, चीतल, भालू, साभर, हिरण, लंगूर, बिजु, नीलगाय, मगरमच्छ व अजगर की कुल 155 खाल, गुलदार के दात, मगरमच्छ का जबड़ा, बाघ व गुलदार के 42 नाखून, चीतल व साभर के 148 सींग बाघों की 15 हड्डिया।