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कुमाऊं विवि के दीक्षा समारोह में हुआ घपला यूनिवर्सिटी व सरकार के लिए बना मुसीबत

कुमाऊं विवि में पिछले साल हुए दीक्षा समारोह की व्यवस्थाओं के खर्च में घपले का मामला विवि के साथ ही सरकार के लिए गले की फांस बन गया है। हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार सरकार ने इस मामले में स्पेशल ऑडिट कराया तो घपले की पुष्टि भी हो गई है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 08:02 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 08:02 AM (IST)
कुमाऊं विवि के दीक्षा समारोह में हुआ घपला यूनिवर्सिटी व सरकार के लिए बना मुसीबत
कुमाऊं विवि के दीक्षा समारोह में हुआ घपला यूनिवर्सिटी व सरकार दोनों के लिए मुसीबत बना

नैनीताल, जेएनएन : कुमाऊं विवि में पिछले साल हुए दीक्षा समारोह की व्यवस्थाओं के खर्च में घपले का मामला विवि के साथ ही सरकार के लिए गले की फांस बन गया है। हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार सरकार ने इस मामले में स्पेशल ऑडिट कराया तो घपले की पुष्टि भी हो गई मगर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई अब तक नहीं हुई है। इस सप्ताह मामले में सुनवाई होनी है। याचिकाकर्ता से भी अदालत में प्रति शपथपत्र मांगा है।

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दरअसल नैनीताल निवासी गोपाल सिंह बिष्ठ ने जनहित याचिका दायर कर कहा था के विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया । समारोह में 12 सौ लोगो के भोजन की व्यवस्था करने का टेंडर दिया गया था लेकिन बिल 1676 का दिया गया। कॉफी मशीन का 84 हजार का बिल दिया गया और पूरी व रुमाली रोटी का 90 हजार का बिल दिया गया।

जहां सात लाख 57 हजार का बिल देना था वही उसे 15 लाख 34 हजार रुपया दिखाया गया। जनहित याचिका में पूरे प्रकरण की जाँच किसी स्वतन्त्र एजेंसी से कराने की मांग की गई थी। इस मामले में छात्रनेताओं ने भी शिकायत की थी। बताया गया कि हल्द्वानी की जिस संस्था को व्यवस्था का ठेका दिया गया था, उसमें छात्र नेता भी शामिल थे। मगर ठेके से वंचित छात्र नेताओं ने इस मामले कि गड़बड़ी को लेकर विरोध का झंडा बुलंद कर दिया। मामले में इसी सप्ताह सुनवाई होनी है।   


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