महाविद्यालय में बसपा नेता पुत्र ने सिडकुल कर्मी को धुना, बहन से छेड़छाड़ का लगाया आरोप
पुलिस पूछताछ में बसपा नेता के पुत्र ने बताया कि उसकी बहन महाविद्यालय में पढ़ती है। शनिवार काे खेड़ा निवासी युवक जो सिडकुल की कंपनी में काम करता है उसकी बहन के साथ छेड़छाड़ कर रहा था। जबकि दूसरे युवक का कहना था कि छात्रा ने ही उसे बुलाया था।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : बहन के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए बसपा नेता के पुत्र ने खेड़ा निवासी सिडकुल कर्मी की धुनाई कर दी। इससे महाविद्यालय परिसर में अफरातफरी मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों को कोतवाली ले आई। जहां पर मारपीट करने वाले दोनों युवकों को पुलिस ने मेडिकल के लिए भेज दिया। फिलहाल किसी भी पक्ष ने तहरीर नहीं दी है।
शनिवार को सरदार भगत सिंह महाविद्यालय में एमएससी कक्षाओं की मांग को लेकर छात्रनेता छत पर चढ़कर कूदने की धमकी दे रहे थे। इसे देखते हुए कोतवाली पुलिस भी महाविद्यालय परिसर में तैनात थी। बताया जा रहा है कि इसी बीच प्रशासनिक भवन के सामने बसपा नेता के पुत्र का एक युवक से विवाद हो गया और दोनों के बीच मारपीट हो गई। इससे दोनों चोटिल हो गए। यह देख मौके पर छात्र-छात्राओं में अफरातफरी मच गई। सूचना पर महाविद्यालय परिसर में तैनात एसएसआई सतीश चंद्र कापड़ी पुलिस कर्मियों के साथ पहुंच गए और बीच बचाव किया, साथ ही दोनों को पुलिस कोतवाली ले आई।
पुलिस पूछताछ में बसपा नेता के पुत्र ने बताया कि उसकी बहन महाविद्यालय में पढ़ती है। शनिवार काे खेड़ा निवासी युवक जो सिडकुल की कंपनी में काम करता है उसकी बहन के साथ छेड़छाड़ कर रहा था। जबकि दूसरे युवक का कहना था कि छात्रा ने ही उसे कॉल कर मिलने के लिए महाविद्यालय में बुलाया था। इस दौरान बसपा नेता और उसके पुत्र ने उसकी धुनाई लगा दी। कोतवाल विक्रम राठौर ने बताया कि दोनों युवकों का मेडिकल कराया जा रहा है। तहरीर किसी भी पक्ष की ओर से नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पिता की संपत्ति बेटे ने बेच हड़पे दस लाख
किच्छा : पिता की संपत्ति बेटे ने मा के साथ मिल कर बेच दस लाख हड़प लिए। रजिस्ट्री का समय आने पर दो बार समय बढ़वा भी लिया। हकीकत सामने आई तो पैसे वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी मिली। पुलिस से न्याय नही मिला तो न्यायालय की शरण ली। पुलिस ने तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
वार्ड नंबर 10 निवासी सतेंद्र सिंह पुत्र स्वर्ण सिंह ने न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में कहा उसने मार्च 2008 में किच्छा वार्ड नम्बर सात बोरिंग गली में एक भूखंड का सैय्यद खालिद हुसैन व सैय्यद शारिब हुसैन पुत्रगण साजिद हुसैन एवं खुशनुमा पत्नी साजिद हुसैन निवासी वार्ड नम्बर सात बोरिंग वाली गली किच्छा से चौदह लाख रुपये में सौदा किया था। बतौर बयाना दस लाख रुपये दे बाकी चार लाख रुपया भुगतान रजिस्ट्री के दौरान करना तय हुआ था। 21 अप्रैल 2010 को जब चार लाख रुपये देकर रजिस्ट्री करानी चाही तो तब उन्होंने 21 अप्रैल 2011 तक का समय ले लिया। 21 अप्रैल 2011 को 2013 तक का समय ले लिया। बाद में पता चला कि भूखण्ड व उस पर बना मकान उनके पिता साजिद हुसैन के नाम है। रजिस्ट्री न हो पाने पर सतेंद्र ने जब बतौर बयान दिए 10 लाख रुपये वापस मांगे तब उसे जान से मारने की धमकी मिलने लगी।