परिवहन विभाग ने की सख्ती, दलालों का आरटीओ दफ्तर में प्रवेश हुआ प्रतिबंधित
संभागीय परिवहन कार्यालय के कामों में दलालों का काफी दखल होने पर परिवहन विभाग ने सख्ती करते हुए दलालों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : संभागीय परिवहन कार्यालय के कामों में दलालों का काफी दखल होने के आरोपों के बाद परिवहन विभाग ने सख्त रवैया अपनाया है। सोमवार को भी दलालों को अनुभागों में नहीं जाने दिया गया। महकमे के कर्मचारियों ने लोगों की समस्याएं निपटाई। जबकि अफसर पूरे दिन दफ्तरों में बैठकर समस्याएं सुनते रहे।
आरटीओ में दलालों के काम समय पर निपटाने और आम लोगों के सीधे जाने पर काम नहीं होने के आरोप लगते रहे हैं। वहीं, एक पूर्व केमू चालक के कार्यालय गेट के बाहर अनशन शुरू करने से परिवहन विभाग के अफसरों में हड़कंप मचा। बीते शुक्रवार से दलालों के कार्यालय के अनुभागों में प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया था। सोमवार को भी प्रतिबंध जारी रहा। वहीं, परिवहन विभाग के अफसरों का कहना है कि वह समय-समय पर लोगों को जागरूक कर दलालों से दूर रहने और खुद सीधे पहुंचकर काम करवाने के लिए जागरूक करते हैं। दलालों के कार्यालय में प्रतिबंध लगाने के बाद भी काम सुचारू रूप से चले। सुबह से शाम तक लोग खुद आकर अपने काम निपटाते रहे। वहीं, कुछ लोग अफसरों के पास भी समस्याएं लेकर पहुंचे, जिनका समाधान का तरीका बताया गया। सास के अंतिम संस्कार में भी शामिल होने नहीं गया अनशनकारी
हल्द्वानी: केमू में व्याप्त अनियमितताओं पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर पूर्व बस चालक का आरटीओ के बाहर अनशन सोमवार पांचवें दिन भी जारी रहा। सुबह सास का देहांत होने के बावजूद अनशनकारी डटा रहा और अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं गया। दोपहर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अनशन स्थल पहुंचकर पूर्व चालक का स्वास्थ्य परीक्षण किया।
एक ही मार्ग पर संचालित केमू बसों को हटाने, अवैध टैक्सी स्टेंड हटाने, निर्धारित रूटों पर ही बसों का संचालन करने, 54 सेवाओं से अधिक बसों को प्रतिबंधित करने, यात्रियों से मनमाना किराया वसूलने पर रोक लगाने, रानीखेत से द्वाराहाट वाया गगास, कपडा मोटर मार्ग पर केमू बसों का संचालन रोकने की मांग को लेकर पूर्व चालक विजय रावत पांच दिन से अनशन पर है। सोमवार को अनशन स्थल पर समाजसेवी हेमंत गौनिया ने पहुंचकर उसे समर्थन दिया। विजय रावत ने बताया कि सोमवार सुबह कोटाबाग ब्लाक में एक गांव में रहने वाली उसकी वृद्ध सास का देहांत हो गया। वह अनशन से नहीं हटा और अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं गया। ऐसे करें ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस को आवेदन
ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदन के लिए अब आरटीओ के चक्कर लगाने व दलालों के चंगुल में फंसने की जरूरत नहीं है। आप गूगल में ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस लिखें। इसमें इंटर करते ही सारथी के आइकन में क्लिक करें। इसके खुलने पर कुछ जानकारियां मांगी जाएंगी। इसके बाद आइडी, मेडिकल सार्टिफिकेट, आयु प्रमाण पत्र, एड्रेस पु्रफ और फोटो अपलोड करनी होगी। अंत में आवेदक को टेस्ट की तारीख मिलेगी। इस तिथि पर आरटीओ पहुंचकर ऑनलाइन टेस्ट पास करना होगा। ये टेस्ट करने के बाद लाइसेंस आवेदक के घर सीधे डाक से पहुंचेगा। एआरटीओ संदीप वर्मा ने बताया कि लोग इंटरनेट के माध्यम से घर बैठे ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। ये व्यवस्था शुरू होने के बाद से मैनुअल तरीके से लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया समाप्त कर दी गई है। अगर कोई एजेंट से लाइसेंस के लिए आवेदन करवाता है तो उसकी प्रक्रिया भी यही रहती है। लोग ऑनलाइन प्रक्रिया की जानकारी लेकर खुद आवेदन कर एजेंटों के चुंगल में फंसने से बच सकते हैं।