बागेश्वर में गोशाला के ऊपर गिरा बोल्डर, तीन घंटे में 40 मिमी बारिश की गई रिकॉर्ड
कुमाऊं में शनिवार से तेज बारिश का दौर शुरू हाे गया है। कुमाऊं के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश हुई है। बागेश्वर में करीब तीन घंटे की बारिश ने तबाही मचा दी।
कुमाऊं, जेएनएन : कुमाऊं में शनिवार से तेज बारिश का दौर शुरू हाे गया है। कुमाऊं के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश हुई है। बागेश्वर में करीब तीन घंटे की बारिश ने तबाही मचा दी। नदियां, गधेरे और नाले उफन गए। कपकोट के दणों के समीप गधेरा उफनाने से सड़क आवागमन पांच घंटे तक बंद रहा। गोशाला के ऊपर बोल्डर गिर गया। घरों के आंगन क्षतिग्रस्त हो गए और कई घरों में पानी घुस गया है। बारिश से एक दर्जन से अधिक सड़कों पर मलबा आने से आवागमन ठप हो गई।
बागेश्वर में शनिवार की सुबह करीब तीन घंटे तक झमाझम बारिश हुई। जिससे नदी, नाले और गधेरे उफन आए। दणों के समीप गधेरा उफन गया और बैड़ा, पाकड़ के लोग दहशत में आ गए हैं। कपकोट-पिंडारी मोटर मार्ग घंटों बंद रहा। कपकोट के पोलिंग गांव में प्रताप राम पुत्र जीत राम की गोशाला के ऊपर बोल्डर गिर गया। जिससे गोशाला क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि मवेशियों को बचा लिया गया है। जारती गाव निवासी चंदन सिंह पुत्र त्रिलोक सिंह, धन सिंह, केशर सिंह, राम सिंह के मकानों की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। सड़क का मलबा उनके घरों में घुस गया है। ढालन खुनौली मोटर मार्ग मलबा आने से पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। सरयू नदी में बाढ़ आने से शवदाह केंद्र तक पानी पहुंच गया है। ब्रह्मकपाली पत्थर भी ढक गया है।
बारिश से सड़कें आवागमन को बंद
दफौट-पपो, कपकोट-गैरखेत, तोली, धरमघर-माजखेत, शामा-नौकोड़ी, कपकोट-लीली, बघर आदि मोटर मार्ग आवागन के लिए पूरी तरह बंद हो गए हैं। इसके अलावा आधा दर्जन से अधिक सड़कों पर मलबा आदि आया है। ग्रामीण क्षेत्रों में रास्ते आदि भी भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं। बारिश का आंकड़ा
कहां कितनी हुई बारिश
बागेश्वर 40.0 मिमी
गरुड़ 10.0 मिली
कपकोट 87.5 मिली
पंतनगर 4.4 मिमी
नैनीताल 8.0 मिमी
पानी का टैंक और सड़क की सुरक्षा दीवार गिरी
नैनीताल : मानसून के शुरू होते ही शहर में भूस्खलन की घटनाएं भी शुरू हो गयी है। शनिवार को शहर के सीमेंट हाउस तल्लीताल क्षेत्र में भूस्खलन होने से पानी का टैंक और सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी। गनीमत रही कि टैंक निर्माणाधीन भवन के कॉलम से टकराकर रुक गया। नही तो बड़ा हादसा हो जाता। घटना की सूचना पर प्राधिकरण, वन विभाग और लोनिवि की टीमें स्थलीय निरीक्षण कर नुकसान के आकलन में जुट गयी है। बारिश के दौरान सड़क से लगी पानी का टैंक दीवार समेत भरभरा कर गिर गया। गनीमत रही कि टैंक निर्माणाधीन भवन के कॉलम और सरियों से टकराकर रुक गया। वही भूस्खलन से सड़क के धसने की संभावना बढ़ गयी है। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और संबंधित अधिकारियों को दी। सूचना पर जिला विकास प्राधिकरण, वन विभाग, लोनिवि और पुलिस टीम ने मौका मुआयना किया। डीडीए एक्शन विजय माथुर ने बताया कि फिलहाल भवन स्वामी को तत्काल निर्माण कार्य रोकने का नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है।
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