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चोरी की रिपोर्ट दर्ज न होने से आहत कांस्‍टेबल की बोलेरो चोरी का खुलासा आसान नहीं

कोतवाली पुलिस के सामने आत्महत्या की कोशिश करने वाले कांस्टेबल की बोलेरो बरामद करना बड़ी चुनौती बन गई है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 17 Apr 2019 03:08 PM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2019 03:08 PM (IST)
चोरी की रिपोर्ट दर्ज न होने से आहत कांस्‍टेबल की बोलेरो चोरी का खुलासा आसान नहीं
चोरी की रिपोर्ट दर्ज न होने से आहत कांस्‍टेबल की बोलेरो चोरी का खुलासा आसान नहीं

नैनीताल, जेएनएन : कोतवाली पुलिस के सामने आत्महत्या की कोशिश करने वाले कांस्टेबल की बोलेरो बरामद करना बड़ी चुनौती बन गई है। चोरी की रिपोर्ट दर्ज नहीं होने से आहत होकर कांस्टेबल सोमवार को कोतवाली में ही जहर खाकर जान देने की कोशिश की थी। उसे साथी पुलिस कर्मियों की तत्परता से बचा लिया गया था।

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कोतवाली किच्छा में तैनात कांस्टेबल लक्ष्मण सिंह राणा ने सोमवार को मल्लीताल कोतवाली की बैरक में शीतल पेय में मिलाकर नुवान गटक लिया था, जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। रात को उसकी तहरीर पर गाड़ी चोरी के मामले में आरोपित हल्द्वानी के मोहन नेगी के खिलाफ चोरी रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। कोतवाल ध्यान सिंह ने मामले की जांच एसआइ दीपक बिष्टï को सौंपी है।

कोतवाल के अनुसार, रात में ही लालकुआं में तैनात उसकी कांस्टेबल पत्नी व अन्य परिजन भी अस्पताल पहुंच गए थे। हालत में सुधार होने पर मंगलवार सुबह उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। उधर पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा तो दर्ज कर लिया मगर चार साल पुराना मामले में अब बोलेरो किसके पास है, इसको लेकर सबूत तलाशना आसान नहीं है। इस मामले में तत्कालीन पुलिस अधिकारियों की भूमिका पर इसलिए गंभीर सवाल उठ रहे कि चोरी होने के बाद बरामद बोलेरो को सीज करने के बजाय फिर से उसे सुपुर्दगी में दे दिया गया। लक्ष्मण ने डीआइजी को सौंपे पत्र में उन पुलिस कर्मियों के नाम का भी उल्लेख किया है।


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