बूथ मैनेजमेंट में आगे दिखी भाजपा, कई बूथों पर नजर नहीं आए कांग्रेस के झंडे, पोस्टर
चुनाव में कांग्रेस ने मेयर प्रत्याशियों को तो सिंबल दिए, लेकिन पार्षद प्रत्याशियों को सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ाया, जबकि भाजपा ने पार्टी के चुनाव चिह्न के साथ उम्मीदवारों को उतारा।
हल्द्वानी, जेएनएन : निकाय चुनाव में बूथ मैनेजमेंट में भाजपा आगे रही। चुनाव में कांग्रेस ने मेयर प्रत्याशियों को तो सिंबल दिए, लेकिन पार्षद प्रत्याशियों को सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ाया, जबकि भाजपा ने पार्टी के चुनाव चिह्न के साथ ही सभी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा। इससे शहर की हर बूथ पर भाजपा के झंडे नजर आए, जबकि कांग्रेस के अधिकांश बूथों पर झंडे नदारद रहे, जिससे भाजपा के उम्मीदवारों को फायदा मिला।
नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम के 60 वार्डों में 263 बूथ बनाए गए थे। प्रत्येक बूथ पर राजनीतिक दलों के अधिकृत उम्मीदवारों के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी बूथ मैनेजमेंट के लिए समर्थकों को लगाया था। संगठन स्तर पर भाजपा के मजबूत मैनेजमेंट के आगे कांग्रेस, बसपा, सपा व आम आदमी पार्टी के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी कमजोर नजर आए। प्रत्येक बूथ पर भाजपा के झंडे, पोस्टर, बैनर के साथ ही कार्यकर्ताओं की भीड़ नजर आई, जबकि कई वार्डों में कांग्रेस के बूथ ही नजर नहीं आए।
कांग्रेस समर्थित पार्षदों के अलग-अलग चुनाव चिह्न होने के कारण कांग्रेस के कैडर वोटरों को भी चुनाव चिह्न समझने में दिक्कतें हुईं, जबकि पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशियों को सिंबल पर चुनाव लडऩे से पार्टी के कैडर वोट का खूब फायदा मिला। बूथों पर कांग्रेस के झंडे नजर नहीं आने से पार्टी के कैडर वोटर निराश नजर आए। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में भाजपा के बूथों पर भी एक-दो लोग ही नजर आए।
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