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कांग्रेस के किलों में सेंधमारी के लिए भाजपा ने तैयार किया चक्रव्यूह nainital news

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के निर्णायक चरण में अब जिला पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष ब्लॉक प्रमुख कनिष्ठ व ज्येष्ठ उपप्रमुख के चुनाव की घड़ी आ गई है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 02 Nov 2019 12:23 PM (IST)Updated: Sat, 02 Nov 2019 12:23 PM (IST)
कांग्रेस के किलों में सेंधमारी के लिए भाजपा ने तैयार किया चक्रव्यूह nainital news
कांग्रेस के किलों में सेंधमारी के लिए भाजपा ने तैयार किया चक्रव्यूह nainital news

किशोर जोशी, नैनीताल : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के निर्णायक चरण में अब जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, कनिष्ठ व ज्येष्ठ उपप्रमुख के चुनाव की घड़ी आ गई है। इस बार जिलों व ब्लॉक की पहली कुर्सी में दशकों से काबिज कांग्रेस को बेकफुट पर धकेलने के लिए सत्तापक्ष ने चक्रव्यूह तैयार किया है। यह भाजपा की रणनीति का असर है कि कांग्रेस को क्षेत्र पंचायतों के अभेद्य किलों में भी प्रत्याशी करने में माथापच्ची करनी पड़ रही है।

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कुमाऊं के जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष व महत्वपूर्ण ब्लाकों में क्षेत्र पंचायत प्रमुख पद पर कांग्रेसी क्षत्रप दशकों तक काबिज रहे हैं। सत्ता के बाद भी भाजपा इन क्षत्रपों के किले नहीं दरका सकी है। मगर राज्य बनने के बाद पंचायतों में कांग्रेस को सियासी खाद-पानी देने वाले पंचायत प्रमुख पदों पर भाजपा ने नजरें गड़ा दी हैं। अब तक के संकेतों व सियासी विश्लेषण के अनुसार सत्ताधारी दल ने बढ़त भी हासिल कर ली है। पार्टी ने प्रदेशस्तरीय पदाधिकारियों व दर्जा मंत्री, विधायकों व कुशल रणनीतिकारों को चुनाव प्रभारी बनाया है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर पहली बार सीमांत चंपावत जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा की घोषित प्रत्याशी ज्योति राय का निर्विरोध निर्वाचन करीब-करीब तय हो चुका है तो पिथौरागढ़ में दीपिका बोरा मजबूत स्थिति में है। नैनीताल में बेला तोलिया तो ऊधमसिंह नगर में रेनू गंगवार का भी निर्विरोध निर्वाचन करीब-करीब तय है।

भाजपा ने सेंधमारी के लिए बनाया ये प्‍लान

क्षेत्र पंचायत के चुनाव में कभी कांग्रेस के अभेद्य किले अब भाजपा के गढ़ में तब्दील हो चुके हैं। 1988 से अब तक एक कार्यकाल को छोड़कर पाटी में पंचायत राजनीति के धुरंधर लक्ष्मण सिंह लमगडिय़ा या उनकी पत्नी ब्लॉक प्रमुख बनी हैं। लमगडिय़ा अब भाजपा में हैं तो इस बार भी पार्टी में भाजपा का प्रमुख बनने की संभावना है। यहां बता दें कि अल्मोड़ा जिले में धौलादेवी ब्लॉक प्रमुख पर रामचंद्र भट्ट, कांग्रेसी दिग्गज गोविंद सिंह कुंजवाल, धारचूला में बीडी जोशी, ओखलकांडा के शेर सिंह नौलिया आदि भी तीन-तीन बार ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव जीते।  आरएसएस से जुड़े रूप सिंह बोहरा दो बार बाराकोट ब्लॉक प्रमुख बने। ओखलकांडा के आनंद आर्या ओखलकांडा के साथ ही खटीमा के ब्लॉक प्रमुख रहे हैं। राज्य बनने के बाद के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन शानदार रहा है मगर इस बार भाजपा ने कांग्रेस का खेल बिगाड़ दिया है। अब धारूचला से धौलादेवी समेत बिण, पाटी, बाराकोट में ब्लॉक प्रमुख पद कब्जाने के लिए भाजपा ने जबर्दस्त चक्रव्यूह तैयार किया है। भाजपा ने चंपावत के ब्लॉक प्रमुख रहे बहादुर फत्र्याल को बाराकोट ब्लॉक प्रमुख का अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है। पूर्व प्रमुख लमगडिय़ा ने पंचायतों में कांग्रेस की बुरी स्थिति के लिए नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया है। कहा कि कार्यकर्ताओं की अनदेखी का खामियाजा विपक्षी दल भुगत रहा है।

भाजपा वोट खरीदना चाहती है

जोत सिंह बिष्ट प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष व मुख्य संयोजक पंचायत जनाधिकार मंच ने बताया कि कांग्रेस ने पूरी जिम्मेदारी व रणनीति के तहत पंचायत चुनाव लड़ा। कांग्रेस विचारधारा के प्रत्याशी बीडीसी, जिला पंचायत सदस्य व प्रधान पदों पर बड़ी संख्या में जीते मगर भाजपा ने सत्ता की धौंस दिखाकर व खरीद फरोख्त कर पद हथियाने में लगी है। भाजपा भ्रष्टïाचार की गंगा में बह रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बयान दिया कि उनके पास पैसा नहीं है, जब उनके पास पैसा नहीं है तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पास कहां से पैसा आएगा।


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