शहीद की वीरांगना को मिला वन रैंक वन पेंशन का लाभ
ऑपरेशन रक्षक में शहीद सिपाही उत्तम सिंह की पत्नी पदमा देवी को चार साल बाद वन रेंक, वन पेंशन का लाभ मिला है।
By Edited By: Published: Sat, 16 Jun 2018 08:43 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jun 2018 05:05 PM (IST)
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : ऑपरेशन रक्षक में शहीद सिपाही उत्तम सिंह की पत्नी पदमा देवी को चार साल बाद वन रेंक, वन पेंशन का लाभ मिला है। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी मेजर बीएस रौतेला के प्रयास के बाद वीरांगना पदमा देवी को उनका यह हक मिला है। यही नहीं जुलाई 2014 से अब तक का एरियर मिलने से वीरांगना के जीवन का आर्थिक संकट भी दूर होता दिख रहा है। सिपाही उत्तम सिंह 16 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे। जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन रक्षक के दौरान तीन जनवरी 1996 को उत्तम शहीद हो गए। शहादत के बाद पत्नी पदमा देवी के लिए उदारीकृत पारिवारिक पेंशन स्वीकृत हुई। वहीं, जब-जब उनकी पेंशन में बढ़ोतरी हुई, तब-तब उनको कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। एक जुलाई 2014 से लागू वन रैंक, वन पेंशन का लाभ भी वीरांगना को नहीं मिला। सितंबर 2017 को वीरांगना पदमा देवी ने जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी मेजर बीएस रौतेला से मिलकर अपना दुखड़ा सुनाया। मेजर रौतेला की मदद से पदमा ने सूचना अधिकार अधिनियम का लाभ लेकर सीपीपीसी से सूचना मांगी। सीपीपीसी ने पदमा के पीपीओ में आर्हक सेवा काल अंकित नहीं होने का जवाब दिया। इस पर वीरांगना ने सेना के अभिलेख कार्यालस से आर्हक सेवा काल अंकित पीपीओ जारी करने का अनुरोध किया। इस पर पीसीडीए इलाहाबाद ने सीपीपीसी को निर्देशित किया। मेजर रौतेला ने बताया कि वीरांगना पदमा देवी को वन रैंक, वन पेंशन का लाभ मिलना शुरू हो गया है।
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