Move to Jagran APP

न्यूनतम वेतन समेत 11 मांगों के लिए महिला अस्पताल परिसर में धरने पर बैठीं आशा कार्यकर्ता

न्यूनतम वेतनमान समेत 11 मांगों मनवाने के लिए आशा कार्यकर्ता शुक्रवार को महिला अस्पताल परिसर में धरने पर बैठ गई हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 12:27 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 12:27 PM (IST)
न्यूनतम वेतन समेत 11 मांगों के लिए महिला अस्पताल परिसर में धरने पर बैठीं आशा कार्यकर्ता
न्यूनतम वेतन समेत 11 मांगों के लिए महिला अस्पताल परिसर में धरने पर बैठीं आशा कार्यकर्ता

ल्द्वानी, जेएनएन : न्यूनतम वेतनमान समेत 11 मांगों मनवाने के लिए आशा कार्यकर्ता शुक्रवार को महिला अस्पताल परिसर में धरने पर बैठ गई हैं। सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि हम अपने काम का पूरा दाम लेंगे। इसके लिए मजबूती से संघर्ष करते रहेंगे। सरकार को हमारी मांग सुननी होगी। उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन प्रदेश महामंत्री डॉ. कैलाश पांडे ने कहा, आशाओं को मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए नियुक्त किया गया था, लेकिन उसके बाद आशाओं पर विभिन्न सर्वे और काम का बोझ लगातार बढ़ा दिया। सभी कार्यकर्ता काम करने को तैयार हैं, लेकिन उसका भुगतान नहीं किया जा रहा है। हल्द्वानी नगर अध्यक्ष रिंकी जोशी ने कहा कि आशाओं के सवालों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना तो दूर रहा सरकार आशाओं के ज्ञापनों का जवाब तक देना जरूरी नहीं समझती है। लगातार एमरजेंसी ड्यूटी कर रही आशाओं के प्रति सरकार का इस तरह का रवैया अफसोसजनक है। कार्यकर्ताओं ने सीएम को संबोधित ज्ञापन एसडीएम विवेक राय को सौंपा।

loksabha election banner

ये हैं प्रमुख मांगें

  • आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी सेवक का दर्जा और न्यूनतम 21 हजार वेतन लागू किया जाए
  • जब तक मासिक वेतन और कर्मचारी का दर्जा नहीं मिलता तब तक आशाओं को भी अन्य स्कीम वर्कर्स की तरह मासिक मानदेय फिक्स किया जाए
  • देय मासिक राशि और सभी मदों का बकाया सहित अद्यतन भुगतान किया जाय.
  • आशाओं के विविध भुगतानों में निचले स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी पर लगाम लगायी जाए
  • कोविड-19 कार्य में लगे सभी आशा कार्यकर्ताओं को पूर्ण सुरक्षा की व्यवस्था की जाय.
  • आशा कार्यकर्ताओं को 10 हजार रुपये कोरोना-लॉकडाउन भत्ता भुगतान किया जाए
  • कोविड-19 कार्य में लगी आशा कार्यकर्ताओं की 50 लाख का जीवन बीमा और 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा लागू किया जाए
  • कोरोना ड्यूटी के क्रम में मृत आशा कार्यकर्ताओं के आश्रितों को 50 लाख का बीमा और चार लाख का अनुग्रह अनुदान भुगतान किया जाय

ये रहे धरने में शामिल

रीना बाला, शांति शर्मा, प्रीति रावत, रेशमा, उमा दरमवाल, यशोदा बोरा, मिथिलेश, मुमताज, चंपा मंडोला, भगवती, बीना जोशी, गंगा तिवारी, कमरुन्निशा, चंपा मेहरा, कमला कंडारी, गीता थापा, पूनम बोरा, निशा, ममता, शाइस्ता, शकुंतला, मीनू, अनिता सक्सेना, जानकी थापा, प्रियंका, सलमा, प्रभा, शाहीन, दीपा पांडे, सायमा सिद्दीकी, सुनीता देवी, गंगा आर्य, अंजना, सावित्री, विमला पांडे, शिव कुमारी आदि शामिल रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.