बेबसी : रामनगर में 336 रुपये का लग रहा एंटी रेबीज का टीका, आम आदमी परेशान
नगर में एंटी रेबीज के इंजेक्शन का टोटा हो गया। लोगों को कुत्ते काट रहे हैं और नगर में एंटी रेबीज के इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं।
रामनगर, जेएनएन : नगर में एंटी रेबीज के इंजेक्शन का टोटा हो गया। लोगों को कुत्ते काट रहे हैं और नगर में एंटी रेबीज के इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं। सरकारी चिकित्सालय हो या मेडिकल स्टोर सभी जगह इंजेक्शन खत्म हैं। ऐसे में चिकित्सालय से लोग वापस लौट रहे हैं। पिछले कुछ समय से कुत्तों का आतंक बना हुआ है। एक छात्र की मौत भी कुत्ते के काटने से हो गई थी। नगर में आए दिन कुत्ते के शिकार लोग उपचार के लिए चिकित्सालय में पहुंच रहे हैं, लेकिन हैरत इस बात का है कि संयुक्त चिकित्सालय में एक माह से रेबीज के इंजेक्शन तक नहीं है। चिकित्सालय में फार्मासिस्ट लोगों से ही बाहर से 336 रुपये का इंजेक्शन मंगवाकर लगवा रहे थे। अब तीन चार दिन से आपूर्ति नहीं होने की वजह से नगर के मेडिकल स्टोरों में इंजेक्शन की उपलब्धता खत्म हो गई है। इंजेक्शन की तलाश में लोगों को परेशानी का सामना करते हुए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। लोग इंजेक्शन खरीदने के लिए रामनगर से बाहर तक जाने को मजबूर हैं।
जिले के स्वास्थ्य महकमे का ध्यान अभी इस ओर नहीं है। सयुंक्त चिकित्सालय में पहले बीपीएल श्रेणी के लोगों को ही इंजेक्शन लगते थे, लेकिन पिछले समय से सभी के लिए यह निश्शुल्क कर दिए थे। चिकित्सालय ने पिछले साल अगस्त में 200, दिसंबर में 185 व इसी साल छह मार्च को 178 एंटी रेबीज इंजेक्शन अपने स्तर से बाजार से खरीदे थे, जबकि स्वास्थ्य विभाग देहरादून की ओर से पिछले साल नवंबर में व इस साल फरवरी में 50-50 इंजेक्शन हीं दिए गए थे। यह इंजेक्शन महीने में पांच बार लगाने पड़ते हैं। टीके पंत, सीएमएस का कहना है कि संयुक्त चिकित्सालय के पास एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं है। पिछली बार डेढ़ सौ मांगे थे, जिसमें से आधे ही मिल पाए। हालांकि इंजेक्शन की व्यवस्था करने के प्रयास किए जा रहे हैं। महेश बिष्ट के अनुसार रेबीज के इंजेक्शन मेडिकल स्टोरों में खत्म हो गए हैं। मंगाने के बावजूद अभी तक नहीं आए हैं। जल्द ही उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें : बेस अस्पताल के आंगन में फैला बॉयोमेडिकल वेस्ट
यह भी पढ़ें : जागरण हेलो डॉक्टर : बदलती लाइफ स्टाइल से बढ़ रही पेट की समस्या
यह भी पढ़ें : कैंसर मरीजों के लिए राहत भरी खबर, अब पीएचसी में भी हो सकेगी जांच
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप