आंगनबाड़ी वर्कर का बेटा 15 अगस्त को हल्द्वानी में उड़ाएगा एयरक्राफ्ट NAINITAL NEWS
आंगनबाड़ी वर्कर का 19 साल का बेटा 15 अगस्त को हल्द्वानी में एयरक्रॉफ्ट उड़ाएगा। महज 100 ग्राम के एयरक्राफ्ट को कॉलेज के एनसीसी एयर विंग के कैडेट्स ने तैयार किया है।
हल्द्वानी, भानु जोशी : आंगनबाड़ी वर्कर का 19 साल का बेटा 15 अगस्त को हल्द्वानी में एयरक्रॉफ्ट उड़ाएगा। महज 100 ग्राम के इस एयरक्राफ्ट को 16 घंटे की मेहनत के बाद कॉलेज के एनसीसी एयर विंग के कैडेट्स ने तैयार किया है। कैडेट्स का दावा है कि यदि उन्हें सभी सामान उपलब्ध कराया जाए तो वह पूरा एयरक्राफ्ट तैयार कर सकते हैं, जिसे पायलट उसमें बैठकर भी उड़ा सकेगा।
1 यूके एयर स्क्वॉड्रन एनसीसी पंतनगर (फ्लाइंग यूनिट) के हल्द्वानी एमबीपीजी कॉलेज स्थित सब यूनिट के कैडेट एयर फोर्स की खूबियों को छात्रों ओर लोगों के बीच लाना चाहते हैं। विभिन्न शिविरों में एयरक्राफ्ट बनाने और उड़ाने के गुर सीखने के बाद इन कैडेट्स ने तीन तरह के एयरक्राफ्ट मॉडल बनाए हैैं, जिनमें स्टे्रटिक मॉडल, कंट्रोल लाइन मॉडल और रेडियो कंट्रोल मॉडल शामिल हैं। प्रत्येक मॉडल को तैयार करने में 15 से 20 घंटे की मेहनत है। इनमें कंट्रोल लाइन मॉडल इस बार एमबीपीजी कॉलेज में 15 अगस्त को उड़ान भरेगा।
महज 100 ग्राम वजनी इस एयरक्राफ्ट को उड़ाने का जिम्मा एनसीसी एयर यूनिट के कैडेट वारंट ऑफिसर अमित तिवारी को दिया गया है। 19 साल के अमित एमबीपीजी कॉलेज में बीए पंचम सेमेस्टर के छात्र हैं। उनके पिता एमसी तिवारी हल्द्वानी टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनेस करते हैं। जबकि मां अनीता हल्द्वानी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। डॉ. अमित सचदेवा, फ्लाइंग ऑफिसर, वन यूके स्क्वाड्रन एनसीसी ने बताया कि एयरक्राफ्ट मॉडल उड़ाने के लिए कॉलेज प्रशासन से अनुमति मिल गई। कैडेट अमित ने कई कैंपों में इसका प्रयोग भी किया है। यह प्रयोग सफल रहा है।
अमेरिका की लकड़ी से बना है एयरक्राफ्ट
कंट्रोल लाइन मॉडल का एयरक्राफ्ट कैडेट्स ने पंतनगर में तैयार किया। एयर विंग एनसीसी मुख्यालय की ओर से इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाला सारा सामान और मशीनें उपलब्ध कराई गई। कैडेट्स ने बताया कि एयरक्राफ्ट का ढांचा बनाने में खास तरह की बाल्सा लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है। जो अमेरिका से मंगाई गई है।
अनुमति मिले तो रेडियो कंट्रोल मॉडल भी उड़ाऊंगा
कैडेट वारंट ऑफिसर अमित ने बताया कि यदि परमिशन मिलेगी तो वह पांच किलोग्राम वजनी एयरक्राफ्ट का रेडियो कंट्रोल मॉडल भी उड़ाना चाहते हैं। बताया कि आरसी मॉडल के लिए 150 से 200 मीटर लंबे रनवे की जरूरत होती है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल समेत विभिन्न स्तरों पर अफसरों की हामी इसे उड़ाने को जरूरी है।
इन कैडेट्स ने बनाए हैं मॉडल
एमबीपीजी एनसीसी एयर विंग के कैडेट अमित तिवारी व निशा ने एयरक्राफ्ट का कंट्रोल लाइन मॉडल बनाया है। जिसका नाम प्रीमियर पीस मेकर है। कैडेट मेघा नेगी, ज्योति पिंडारी ने स्ट्रेटिक मॉडल बनाया है। जो हूबहू सुखोई एसयू 30 एमकेआइ की तरह दिखता है। इसके अलावा सबसे भारी एयरक्राफ्ट रेडियो कंट्रोल मॉडल स्वॉन कैडेट विनोद मौर्या, अंकिता भट्ट और प्रगति राणा ने बनाया है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप